नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम (MCD) के पार्षदों ने मंगलवार को अलग-अलग भाषाओं में शपथ लेकर भारत की भाषाई विविधता का प्रदर्शन किया। पार्षदों ने हिन्दी, अंग्रेजी, उर्दू, पंजाबी, मैथिली और संस्कृत भाषा में शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह के बाद एमसीडी महापौर और उपमहापौर का चुनाव नहीं कर सकी और दूसरी बार इन पदों पर चुनाव कराए बिना सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
अधिकांश पार्षदों ने हिन्दी में शपथ ली, कुछ ने अंग्रेजी में शपथ ली और कुछ अन्य ने पंजाबी, उर्दू, संस्कृत और यहां तक कि मैथिली में शपथ ली।
आम आदमी पार्टी (AAP) की महापौर पद की उम्मीदवार शैली ओबेरॉय और इस पद के लिए भाजपा की प्रत्याशी रेखा गुप्ता ने हिन्दी में शपथ ली।
कक्ष में ओबेरॉय के आते ही उनके पार्टी सहयोगियों ने मेज थपथपाकर स्वागत किया और शपथ लेने के बाद जय हिंद, जय भारत के नारे लगाए।
गुप्ता जैसे ही पार्षद के रूप में शपथ लेने के लिए उठीं, भाजपा सदस्यों ने जय श्रीराम के नारों के साथ उनका स्वागत किया।
उपमहापौर पद के लिए आले मोहम्मद इकबाल और जलज कुमार (आप) और कमल बागरी (भाजपा) उम्मीदवार हैं।
चांदनी महल वार्ड से सबसे ज्यादा अंतर से चुनाव जीते इकबाल ने उर्दू में शपथ लेने के बाद हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए, जबकि पार्टी के पार्षद अंकुश नारंग ने पंजाबी में शपथ ली और वाहे गुरु जी का खालसा, वाहे गुरु जी की फतेह का नारा लगाया एक पार्षद ने तो मैथिली में शपथ ली, जिससे सभी हैरान रह गए।
पारंपरिक पोशाक और रंग-बिरंगी पगड़ी पहनकर सदन में आए भाजपा के कमल बागरी ने संस्कृत में शपथ ली और इसके बाद 'जय सिया राम' का नारा लगाया, जिसके जवाब में सदन में बैठे एक सदस्य ने 'हर हर महादेव' का नारा लगाया।
एमसीडी के सदन में विभिन्न पार्षदों और मनोनीत सदस्यों ने 'जय श्री राम', 'भारत माता की जय', 'इंकलाब जिंदाबाद' आदि नारे लगाए। भाषा