हल्दिया। भाजपा (BJP) ने पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव (West Bengal Assembly Election) के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष (Dilip Ghosh) का विवादित बयान सामने आया है। इसमें उन्होंने खुले मंच से तृणमूल कांग्रेस (TMC) के कार्यकर्ताओं को हाथ-पैर और सिर तोड़ने की धमकी दे डाली।
घोष ने कहा कि टीएमसी कार्यकर्ता अपना तरीके बदल लें अन्यथा उन्हें अस्पताल या श्मशानघाट जाना पड़ेगा। पिछले कुछ महीनों में पश्चिम बंगाल में भाजपा के कई कार्यकर्ताओं की हत्या हो चुकी है, जिससे बंगाल में बीजेपी और टीएमसी के बीच राजनीति गर्मा गई है।
घोष ने पूर्व मिदनापुर जिले के हल्दिया में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र राज्य में निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करेगी। राज्य में विधानसभा चुनाव अगले वर्ष अप्रैल-मई में हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव केंद्रीय बलों की निगरानी में होंगे। आम लोगों को अब भी परेशान कर रहे तृणमूल कार्यकर्ता अगले 6 महीने में सुधर जाएं नहीं तो उन्हें अस्पताल जाना पड़ेगा।
जनसभा के दौरान दिलीप घोष ने पश्चिम बंगाल में केंद्रीय बल के जरिए चुनाव कराने की बात कही। उन्होंने कहा कि अगले विधानसभा चुनाव में दीदी की पुलिस बैठी रहेगी और दादा की पुलिस काम करेगी।
राज्य पुलिस को बूथ से 100 मीटर दूर आम के पेड़ के नीचे कुर्सी पर बैठा दिया जाएगा और वह वहां से बैठ कर मतदान देखेगी। दिलीप घोष पहले भी अपने बयानों के कारण कई बार विवादों में फंस चुके हैं। हाल ही में उनके काफिले पर भी हमला हो चुका है। इसके लिए उन्होंने टीएमसी कार्यकर्ताओं को ही जिम्मेदार बताया था।