नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव के दामाद शैलेश कुमार आठ हजार करोड़ रुपए की कथित बेनामी संपत्ति के मामले में बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष हाजिर हुए।
शैलेश की पत्नी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती भी इस मामले में मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष हाजिर हुई थीं। शैलेश को भी कल ईडी के सामने पेश होना था, लेकिन उन्होंने एक दिन की मोहलत मांगी।
प्रवर्तन निदेशालय ने शैलेश की कंपनी मैसर्स मिशैल प्रिंटर एंड पैकर्स लिमिटेड नाम की एक कंपनी और अन्य वित्त मामले में उनकी भूमिका के संबंध में पूछताछ के लिए समन किया था। समझा जाता है कि ईडी धन शोधन मामले में शैलेश के बयान रिकार्ड करेगी। इस मामले में निदेशालय शैलेश के सीए को पहले गिरफ्तार कर चुकी है और इसी संबंध में पूछताछ की जानी है।
निदेशालय ने 8 जुलाई को शैलेश, मीसा और उनकी कंपनी के दिल्ली स्थित तीन फार्म हाउस पर छापा डाला था। इससे पहले केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने लालू यादव और उनके परिवार के सदस्यों के परिसरों में भ्रष्टाचार के मामले में छापे डाले थे।
शैलेश और मीसा को नवीनतम समन आठ हजार करोड रुपए के कथित धन शोधन मामले में पूछताछ के लिए दिया गया था। निदेशालय ने दिल्ली के दो कारोबारियों सुरेन्द्र कुमार जैन और वीरेन्द्र जैन के यहां जांच पड़ताल की थी। जैन बंधुओं को निदेशालय धन शोधन कानून मामले में पहले ही गिरफ्तार कर चुका है। (वार्ता)