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मुठभेड़ में तीन सुरक्षाकर्मी और चार आतंकी मारे गए, कुल 9 की मौत

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सुरेश डुग्गर

कुलगाम , रविवार, 12 फ़रवरी 2017 (21:00 IST)
श्रीनगर। दक्षिण कश्मीर में कुलगाम जिले के यारीपुरा में रविवार को सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में सेना ने 4 आतंकियों को मार गिराया है। सेना के इस आपरेशन में तीन जवान भी शहीद हो गए हैं, जबकि दो स्थानीय नागरिक भी मारे गए। मारे गए नागरिक पत्थरबाजी में लिप्त थे जिन पर पुलिस कार्रवाई में मौत हो गई। हालांकि अधिकारी कह रहे हैं कि नागरिकों की मौत मुठभेड़ में फंसने के कारण हुई है। इसके अलावा 3 अन्य सैनिक घायल भी हुए हैं जबकि पथराव कर रही भीड़ पर पुलिस कार्रवाई में 20 से अधिक नागरिक जख्मी हुए हैं।
 
 
 
 आज सुबह सुरक्षाबलों को यारीपुरा-फ्रीजल के एक घर में आतंकियों के छिपने की खबर मिली थी। इसके बाद सेना ने इस इलाके को चारों ओर से घेर लिया। इस मुठभेड़ में चार आतंकियों को मार गिराने के बाद सुरक्षाबलों ने यहां से कई हथियार भी बरामद किए। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि अभियान के दौरान एक अधिकारी सहित सेना के तीन जवान घायल हो गये, जिन्हें विमान के जरिये श्रीनगर स्थित सेना के 92 बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायल जवानों की हालत स्थिर बतायी जाती है। पुलिस महानिदेशक एस पी वैद्य ने को बताया कि सुरक्षा बलों ने चार आतंकवादियों को मारकर अहम सफलता हासिल की है।
 
उन्होंने कहा कि लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारे तीन सैनिक भी शहीद हो गये और घर के मालिक का बेटा मुठभेड के दौरान हुई गोलीबारी की चपेट में आ गया, जिसने बाद में दम तोड़ दिया। मुठभेड़ की विस्तृत जानकारी देते हुए आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गुप्त सूचना मिलने पर जम्मू-कश्मीर पुलिस ने तडके करीब साढ़े चार बजे सेना और अर्द्धसैनिक बलों की मदद से फ्रीजल इलाके में स्थित नागबल गांव को चारों ओर से घेर लिया। यह इलाका श्रीनगर से करीब 70 किलोमीटर दूर है।
 
उन्होंने बताया कि खुफिया जानकारी में साफ तौर पर कहा गया था कि आतंकवादी गांव के अंदर एक घर में छुपे हैं जिसके बाद उस जगह को चारों ओर से घेर लिया गया। सभी घरों की बार बार तलाशी ली गयी लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। ऐसे में पुलिसकर्मियों के साथ गये छापा मारने वाले दल ने एक घर की फिर से तलाशी लेने पर जोर दिया। राष्ट्रीय राइफल्स के एक जवान और राज्य पुलिस के विशेष अभियान समूह ने एक बार फिर उस घर की तलाशी ली जहां उन्हें विशेष तरह से बनी एक छत दिखी जिसमें आतंकवादी छुपे हुए थे। पकड़े जाने पर उन्होंने घर के मालिकों के साथ गये सैनिकों पर जबरदस्त गोलीबारी शुरु कर दी जिसकी चपेट में आने से लांस नायक रघुवीर सिंह और लांस नायक गोपालसिंह बडोदिया शहीद हो गए।
 
बहरहाल जवाबी गोलीबारी के बाद तीन आतंकवादी किसी तरह भागकर पास के जंगल में जाने में सफल रहे जबकि प्रतिबंधित हिज्बुल मुजाहिदीन संगठन से संबद्ध अन्य चार आंतकी मारे गये। मारे गये चार आतंकवादियों में से तीन की पहचान मदस्सर अहमद तांत्रे, फारख अहमद डार और अजहर अहमद के रुप में हुई है. चौथे आतंकवादी की पहचान के प्रयास किये जा रहे हैं। मुठभेड की जगह से चार हथियार बरामद किये गये हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि मुठभेड खत्म होने के तुरंत बाद प्रदर्शनकारियों एवं कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच संघर्ष हुआ जिसमें एक नागरिक की मौत हो गई।
 
इससे पहले पिछले सप्ताह सुरक्षाबलों ने एक बड़ी आतंकी वारदात को तब टाल दिया था, जब उन्होंने हिज्बुल मुजाहिदीन के दो प्रमुख आतंकवादियों को मार गिराया। तब सुरक्षाबलों को खबर मिली थी कि सोपोर में दो आतंकवादी एक गाड़ी में सफर कर रहे थे। इसके बाद पुलिस ने आतंकवादियों को रोकने की कोशिश की जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हुई।

सोपोर इलाके में ये आतंकी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे। पुलिस और सुरक्षा बल फौरन हरकत में आए और सोपोर के अमरगढ़ में उन्हें रोक लिया। तब आतंकियों ने खुद को घिरा देख पुलिसबल पर हथगोला फेंक दिया। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों आतंकी मारे गए। मुठभेड़ स्थल से पुलिस को दो एके राइफल, एक पिस्टल, चार हथगोले और गोलाबारुद बरामद हुए थे।

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