मुंबई। उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास एंटीलिया के पास एक वाहन में विस्फोटक रखे जाने और कारोबारी मनसुख हिरेन की हत्या के मामले में जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने गुरुवार को प्रदीप शर्मा को गिरफ्तार कर लिया।
एनआईए ने आज सुबह पुलिस अधिकारी प्रदीप शर्मा के आवास पर गुरुवार को सुबह छापा मारा। छापे में एक प्रिंटर और कुछ अहम दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
एनआईए ने आज सुबह शर्मा को अपने कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया था और मनसुख हत्या मामले में सबूत मिटाने के आरोप में उन्हें गिरफ्तार कर लिया और अब उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा।
अप्रैल माह में एनआईए शर्मा से दो बार पूछताछ कर चुकी है। एनआईए ने पिछले सप्ताह इस मामले में पश्चिमी उपनगर मालाड़ के कुरार विलेज के रहवासी संतोष आत्माराम शेलार और आनंद पांडुरंग जाधव को गिरफ्तार किया था।
हिरासत में लेकर शेलार और जाधव से पूछताछ की गयी थी जिसमें दोनों ने शर्मा के संबंध में और अधिक जानकारी दी थी जिसके आधार पर आज शर्मा को गिरफ्तार कर लिया।
इसके पूर्व पुलिस अधिकारी सचिन वजे, रियाजुद्दीन काजी, सुनील माने, दोषी ठहराये गये पूर्व सिपाही विनायक शिंदे और एक क्रिकेट सट्टेबाज नरेश गोर को गिरफ्तार किया था। शर्मा को सचिन वजे का करीबी माना जाता है। वह एंटीलिया वाहन और हिरेन मामले में मुख्य आरोपियों में से एक के रूप में शामिल है। दोनों आरोपी मार्च के शुरुआत में मिले थे और हिरेन हत्या का षडयंत्र रचा था जबकि शर्मा मुंबई पुलिस आयुक्तालय में कुछ अन्य लोगों से मिलने के लिए गया था।
अंडरवर्ल्ड के साथ कथित संबंधों के लिए 2008 में शर्मा को पुलिस बल से बर्खास्त कर दिया गया था, लेकिन 10 साल बाद उनके खिलाफ आरोप साबित न होने पर उसे बहाल कर दिया गया था।
उन्होंने सितंबर 2017 में जबरन वसूली के आरोप में फरार माफिया डॉन दाऊद इब्राहिम कास्कर के छोटे भाई इकबाल इब्राहिम कास्कर को गिरफ्तार करके अपनी दूसरी पारी की शुरुआत की थी। शर्मा वर्ष 2019 में पुलिस से इस्तीफा दे कर शिव सेना पार्टी में शामिल हो गए थे।