Gopal Rai's statement regarding pollution : दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शनिवार को कहा कि पड़ोसी राज्यों में इस साल पराली जलाने की घटनाएं पिछले साल के मुकाबले कम हुई हैं और इसके मद्देनजर दिल्ली के प्रदूषण में पराली जलाने की घटनाओं का योगदान कम होने की उम्मीद है।
हालांकि उन्होंने आगाह किया कि आने वाले दिनों में प्रतिकूल मौसमी परिस्थितियों की वजह से राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है। राय ने कहा कि पिछले साल इसी अवधि के दौरान पराली जलाने की 5000 घटनाएं सामने आई थीं, जबकि इस साल केवल 2500 ऐसी घटनाएं सामने आई हैं।
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के अनुसार, पंजाब से हर साल पराली जलाने की सबसे अधिक घटनाएं सामने आती हैं। यहां 2022 में पराली जलाने की 49922 घटनाएं दर्ज की गईं, जबकि पिछले साल पराली जलाने की 71,304 घटनाएं और 2020 में 83,002 घटनाएं दर्ज की गई थीं।
हरियाणा में 2022 में पराली जलाने की 3,661 घटनाएं दर्ज की गईं, जो 2021 में 6,987 और 2020 में 4,202 थीं। राय ने जोर दिया कि दिल्ली में सर्दियों के मौसम में प्रदूषण में सबसे अधिक योगदान वाहन करते हैं। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour