नई दिल्ली। उन्नाव में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर लगे सामूहिक दुष्कर्म के आरोप और पीड़िता के पिता की पिटाई से मौत की घटना की सीबीआई जांच कर रही है। जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पता चला है कि पुलिस ने पीड़िता के पिता के खिलाफ फर्जी शिकायत दर्ज की थी।
बताया जाता है कि किसी टिंकू सिंह के नाम से तहरीर की बात है, लेकिन जानकारी यह सामने आई है कि टिंकू सिंह ने कोई शिकायत ही पुलिस को नहीं दी थी। आरोपियों ने टिंकू सिंह के नाम से फर्जी शिकायत कर पुलिस केस दर्ज कराया था।
बताया जा रहा है कि टिंकू सिंह पढ़ा-लिखा नहीं है। उधर घटना के बाद से टिंकू सिंह गायब है। परिवार वाले भी परेशान हैं। शिकायत के बाद पुलिस अब तक टिंकू सिंह का पता नहीं लगा सकी है।
विदित हो कि चार अप्रैल को पीड़िता के पिता ने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के भाई अतुल सिंह पर पिटाई का आरोप लगाया था। मगर पुलिस ने कार्रवाई करने की जगह पीड़िता के पिता को ही अवैध हथियार रखने के आरोप में जेल डाल दिया था।
पुलिस हिरासत में पिटाई से गंभीर रूप से घायल होने के कारण पीड़िता के पिता की मौत हो गई थी। एक प्रमुख न्यूज चैनल की रिपोर्ट के अनुसार सीबीआई ने पीड़िता के पिता की मौत के मामले में अतुल सिंह सेंगर सहित पांच आरोपियों को हिरासत में लेने के बाद चौथा केस दर्ज किया है।
इसमें विधायक कुलदीप सिंह की कथित तौर पर मदद करने की आरोपी शशि सिंह के बेटे शुभम सिंह पर भी सीबीआई ने केस दर्ज किया है। इससे पहले 16 अप्रैल को सीबीआई टीम पीड़ित लड़की को लखनऊ कोर्ट में पेश कर चुकी है, जहां बंद कमरे में जज ने धारा 164 के तहत लड़की के बयान दर्ज किए थे।