पटना। रेलवे भर्ती (RRB-NTPC) में अनियमितताएं को लेकर छात्रों का प्रदर्शन जारी है। बिहार में रेलवे भर्ती बोर्ड की एनटीपीसी परीक्षा में धांधली के विरोध में छात्र बहुत ज्यादा उग्र हो गए। बुधवार को गया में कुछ प्रदर्शनकारी छात्रों ने विरोधस्वरूप ट्रेन के डिब्बों में आग लगा दी। बिहार में बीते 72 घंटों से कई जिलों में आगजनी, तोड़फोड़ और पथराव को लेकर खान सर समेत 2000 से अधिक लोगों पर मामला दर्ज हुआ है।
खान सर के साथ एसके झा सर, नवीन सर, अमरनाथ सर, गगन प्रताप सर, गोपाल वर्मा सर और बाजार समिति के कई कोचिंग संचालकों के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। इन सभी के विरुद्ध आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 151, 152, 186, 187, 188, 330, 332, 353, 504, 506 और 120-बी के तहत केस दर्ज हुआ है।
हिरासत में लिए गए आंदोलनकारी उम्मीदवारों ने कहा है कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल होने के बाद उन्हें हिंसा और दंगा करने की शह मिली थी। खान सर पर आरोप है कि उन्होंने आरआरबी एनटीपीसी परीक्षा रद्द नहीं होने पर छात्रों को सड़क पर आंदोलन करने के लिए उकसाया था।
इससे पहले दिन में देश के विभिन्न हिस्सों से नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों द्वारा तोड़फोड़ की खबर के बाद रेल मंत्रालय ने गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों (आरआरबी एनटीपीसी) और स्तर 2 परीक्षाओं को स्थगित कर दिया था। इसके लिए कमेटी भी बनाई गई है।
रेलमंत्री ने दिया आश्वासन : रेलवे द्वारा भर्ती परीक्षा में कथित अनियमितताओं को लेकर उम्मीदवारों के उपद्रव के बीच रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों से सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट नहीं करने का आग्रह किया और आश्वासन दिया कि उनकी शिकायतों का समाधान किया जाएगा।
मंत्री ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मैं उम्मीदवारों से कहना चाहूंगा कि यह उनकी अपनी संपत्ति है। वे अपनी ही संपत्ति को क्यों नष्ट कर रहे हैं? हालांकि, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान होने पर अधिकारी उचित प्रक्रिया का पालन करेंगे।
इस बीच खान सर ने बयान जारी कर कहा कि RRB ने जो अभी फैसला लिया है, अगर वो 18 तारीख को ले लिया जाता, तो यह नौबत नहीं आती। लेकिन एक अच्छा कदम यह उठाया है कि 16 फरवरी तक स्टूडेंट से सुझाव मांगा है।