देहरादून। हरिद्वार हेट स्पीच मामले में एक और एफआईआर दर्ज कर ली गई है, जिसमे 10 लोग नामजद हैं। हरिद्वार में 17-19 दिसंबर 2021 तक हरिद्वार में आयोजित धर्म संसद में मुसलमानों के खिलाफ अभद्र भाषा इस्तेमाल कर मुसलमानों के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए उत्तराखंड की भाजपा सरकार पर लगातार दबाव बढ़ रहा है।
सिंधु सागर और यति नरसिंहानंद गिरि के खिलाफ हरिद्वार में आयोजित धर्म संसद में मुसलमानों के खिलाफ नफरती भाषण के मामले में 10 लोगों के खिलाफ एक और एफआईआर दर्ज करने की तहरीर हरिद्वार के ज्वालापुर थेन में दी गई थी। जिसे इस थाने ने शहर कोतवाली स्थानांतरित कर दिया गया।
शहर कोतवाली में इस मामले के संबंध में पहली प्राथमिकी IPC की धारा 153A (धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास स्थान, भाषा के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देना) भी दर्ज की गई थी। दूसरी एफआईआर में कार्यक्रम के आयोजक यति नरसिंहानंद, जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ़ वसीम रिजवी, सिंधु सागर, धर्मदास, परमानंद, साध्वी अन्नपूर्णा, आनंद स्वरूप, अश्विनी उपाध्याय, सुरेश चव्हाण और प्रबोधानंद गिरी के नाम शामिल बताये जा रहे हैं।
23 दिसंबर को इसी थाने में गुलबहार खान द्वारा लिखाई एफआईआर में पुलिस अब तक 2 दौर में 5 नाम अपनी विवेचना में जोड़ चुकी है। इसमे धारा 295A भी जोड़ी गई। इस मामले की जांच के लिए रविवार को एक विशेष जांच दल का भी गठन किया गया था।
मामले में कार्रवाई के लिए मुसलमानों से जुड़े सामाजिक संगठनों ने शुक्रवार और शनिवार को देहरादून और हरिद्वार में विरोध मार्च निकाला और कथित धर्म संसद में मुसलमानों के खिलाफ हिंसा भड़काने वाले भड़काऊ भाषण देने वालों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।