Under construction building lift accident : ग्रेटर नोएडा वेस्ट (नोएडा एक्सटेंशन) में एक निर्माणाधीन आवासीय सोसाइटी की लिफ्ट के शुक्रवार को टूटकर गिर जाने से 4 श्रमिकों की मौत हो गई और 5 अन्य लोग घायल हो गए। घायलों को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लिफ्ट के जरिए मजदूर भूतल से जा रहे थे कि इसी दौरान लिफ्ट 14वीं मंजिल से गिर गई।
पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने एक बयान में बताया कि पांच घायलों को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने बताया कि यह घटना आम्रपाली ड्रीम वैली सोसायटी के निर्माणाधीन स्थल पर सुबह लगभग साढ़े आठ बजे घटी।
लंबे समय से अटकी इस परियोजना को सरकारी कंपनी राष्ट्रीय भवन निर्माण निगम (एनबीसीसी) द्वारा पूरा किया जा रहा है। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, लिफ्ट के जरिए मजदूर भूतल से जा रहे थे कि इसी दौरान लिफ्ट 14वीं मंजिल से गिर गई।
गौतमबुद्ध नगर जिले के जिलाधिकारी मनीष वर्मा ने बताया कि हादसे में चार श्रमिकों की मौत हो गई और इस हादसे में घायल हुए पांच अन्य श्रमिक अस्पताल में भर्ती हैं और उनकी हालत गंभीर है। वर्मा ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
वर्मा ने कहा, हम कानून और श्रम संहिता के दिशानिर्देशों के अनुसार पीड़ितों के लिए वित्तीय मुआवजे की सिफारिश करेंगे। फिलहाल मामले की जांच जारी है। पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान बिहार के बलरामपुर क्षेत्र के निवासी इश्ताक अली (23), बिहार के बांका के अरुण मंडल (40), बिहार के कटिहार निवासी विपोत मंडल (45) और उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के आरिस खान (22) के रूप में की गई है।
पुलिस ने कहा कि घायलों की पहचान असुल मुस्तकीम, अब्दुल मुस्तकीम, कुलदीप पाल, कैफ और अरबाज अली के रूप में हुई है। निर्माण कंपनी के अधिकारियों से तुरंत इस संबंध में प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है। पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी निरीक्षण के लिए मौके पर पहुंचे।
पुलिस ने घटनास्थल के निकट निर्माणाधीन इमारतों में रहने वाले श्रमिकों को परिसर खाली करने के लिए कहा है। बिहार के कटिहार जिले के रहने वाले एक श्रमिक ने कहा, परियोजना परिसर में महिलाओं सहित हजारों श्रमिक रहते हैं।
श्रमिक ने कहा, अब अचानक हमें कहां रहने की जगह मिलेगी। पश्चिम बंगाल के एक अन्य श्रमिक ने दावा किया कि घटना के आधे घंटे बाद एंबुलेंस घटनास्थल पर पहुंची। अतिरिक्त पुलिस बल और पीएसी के जवान सोसाइटी में अपराह्न लगभग 2 बजे पहुंचे और श्रमिकों और उनके परिवारों को हटाना शुरू किया।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)