पत्रकार गौरी लंकेश और लेखक डॉ. एमएम कलबुर्गी हत्याकांड में काफी कुछ समानताएं दिखाई दे रही हैं। जो जानकारियां निकलकर सामने आ रही हैं उनके मुताबिक कलबुर्गी की तरह ही गौरी की हत्या में भी दक्षिण पंथी ताकतों का हाथ हो सकता है।
लेखक कलबुर्गी को उनके घर के सामने ही गोली मारी गई थी। गौरी के मामले में भी ऐसा ही हुआ। जब वे घर में घुस रही थीं तभी उन्हें ताबड़तोड़ गोलियां मारी गईं। ऐसी भी जानकारी की है कि गौरी की हत्या में 0.22 एमएम की पिस्तौल का उपयोग किया गया। इसी तरह कलबुर्गी हत्याकांड में इसी तरह की पिस्तौल का उपयोग किया था।
हालांकि पुलिस गौरी हत्याकांड में दक्षिण पंथी ताकतों के साथ नक्सलियों का हाथ होने के कोण से भी जांच कर रही है। पुलिस ने इस मामले में सभी सूचनाएं एकत्र कर रही है साथ संभावित हत्यारों का स्केच भी तैयार रही है। बताया जा रहा है कि गौरी की एक पड़ोसन ने इस हत्याकांड को करीब से देखा है।
दूसरी मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने अपनी सभी जरूरी बैठकें रद्द कर दी हैं और इस मामले की जांच से जुड़ी हर पल की जानकारी ले रहे हैं। हालांकि गौरी के भाई इंद्रजीत ने मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है।