जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने फोन टैपिंग को लेकर उठे विवाद की पृष्ठभूमि में मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी पर पलटवार करते हुए इसे उसका आपसी झगड़ा और वर्चस्व की लड़ाई करार दिया। गहलोत ने कहा कि बेवजह मुद्दे बनाकर विधानसभा की कार्यवाही को बाधित किया जा रहा है।
गहलोत ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा कि राजस्थान विधानसभा में फोन टैपिंग को लेकर मैं 14 अगस्त, 2020 को ही पूरी बात रख चुका हूं। ऐसा लगता है कि ये भाजपा का आपसी झगड़ा है। वर्चस्व की लड़ाई है जिसमें बेवजह मुद्दे बनाए जा रहे हैं। अनावश्यक रूप से सदन को बाधित किए जाने की कोशिश है।
उल्लेखनीय है कि राज्य में फोन टैपिंग को लेकर राज्य सरकार द्वारा विधानसभा में दिए गए एक लिखित जवाब पर मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने मुख्यमंत्री गहलोत पर निशाना साधा हुआ है। भाजपा विधायकों ने इस मामले को लेकर मंगलवार को राजस्थान विधानसभा में दिनभर नारेबाजी की व आसन के सामने धरना दिया।
गहलोत ने इसके साथ ही पिछले साल 14 अगस्त को विधानसभा में तथा 17 व 20 जुलाई को मीडिया के सामने दिए बयान भी जारी किए हैं। इसमें उन्होंने सदन में कहा था कि राजस्थान में कभी परंपरा रही नहीं है विधायकों, सांसदों के फोन अवैध रूप से टैप करने की और न यहां हुआ है, ये मैं कह सकता हूं। (भाषा)