पणजी। महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) ने मंगलवार को कहा है कि वह 'गठबंधन धर्म' के तहत गोवा सरकार को समर्थन देती रहेगी। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर ने मंत्रिमंडल से पार्टी के दो मंत्रियों को हटा दिया था।
एमजीपी के अध्यक्ष दीपक धवलीकर ने मंगलवार को कहा, हम गठबंधन धर्म का पालन करेंगे। चुनावी आचार संहिता (आगामी गोवा विधानसभा चुनाव के लिए) लागू होने तक भाजपा का समर्थन करते रहेंगे। धवलीकर ने कहा कि 2012 विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव पूर्व गठबंधन बनाते वक्त उनकी पार्टी (एमजीपी) ने भाजपा से जो वादा किया था, उसे वह पूरा करेगी।
कल देर रात मुख्यमंत्री ने राज्य मंत्रिमंडल से एमजीपी के दो मंत्रियों को हटा दिया था, क्योंकि उन्होंने भाजपा नीत सरकार के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए गोवा में अगले साल होने वाले चुनाव में नए जोड़तोड़ की संभावना जताई थी।
पारसेकर ने कल रात गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा को फैक्स कर सुदिन धवलीकर और दीपक धवलीकर को मंत्रिमंडल से हटाने की सिफारिश की थी। इसके साथ ही पारसेकर के मंत्रिमंडल में मंत्रियों की कुल संख्या घटकर दस रह गई है। सुदिन के पास परिवहन और लोक निर्माण विभाग था, जबकि दीपक ग्रामीण विकास एजेंसी और फैक्ट्रीज तथा बॉइलर मंत्री थे। दोनों के मंत्रिमंडल फिलहाल पारसेकर के पास हैं।
एमजीपी और पारसेकर के बीच मतभेद तब गहरा गए थे, जब एमजीपी ने कहा था कि आगामी विधानसभा चुनाव में अगर पारसेकर पार्टी का नेतृत्व करेंगे तो वे भाजपा के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन नहीं करेगी।
सुदिन ने यहां तक आरोप लगा दिया था कि पारसेकर के ढाई साल के नेतृत्व में राज्य दस साल पीछे चला गया है जबकि दीपक ने भाजपा को विधानसभा भंग कर अपने दम पर बहुमत हासिल करके दिखाने की चुनौती दी थी। संघ से बगावत कर चुके सुभाष वेलिंगकर की पार्टी जीएसएम ने एमजीपी को गठबंधन का प्रस्ताव दिया है। (भाषा)