टनकपुर। उत्तराखंड में रेलवे अधिकारियों की लापरवाही से मंगलवार को उस समय एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। जब टनकपुर रेलवे स्टेशन से खटीमा तक मालगाड़ी के आठ डिब्बे बिना इंजन के 30 किलोमीटर तक पटरी पर दौड़े।
पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर के जनसंपर्क अधिकारी राजेन्द्र सिंह ने बताया कि टनकपुर से उत्तर प्रदेश के मझौला के बीच 50 किमी तक गत वर्ष से अमान परिवर्तन हेतु निर्माण कार्य चल रहा है।
सिंह ने बताया कि छोटी लाइन से बड़ी लाइन के लिए अमान परिवर्तन के निर्माण के कारण आजकल टनकपुर, चकरपुर, बनबसा तथा खटीमा रेलवे स्टेशन बंद हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक मालगाड़ी के आठ डिब्बे इंजन के बगैर पटरियों पर अत्यधिक गति से दौड़ रहे थे। लोगों का कहना है कि निर्माण कार्य के कारण आजकल टनकपुर से खटीमा तक पड़ने वाले कई रेलवे फाटक खुले हुए थे तथा कोई बड़ी घटना घट सकती थी।
गौरतलब है कि टनकपुर पर्वतीय क्षेत्र का हिस्सा होने के कारण खटीमा से कुछ ऊंचाई पर है जिसके कारण माल गाड़ी के डिब्बे 50 से 60 किमी की गति से दौड़ रहे थे। खटीमा में पटरी नहीं होने तथा लोहे के स्लीपर और अन्य काफी सामान रखे होने के कारण डिब्बे उनसे टकरा कर रूक गए। (वार्ता)