लखनऊ। उत्तरप्रदेश के गन्ना किसानों को अब चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि गन्ना किसानों के लिए अब योगी सरकार राहत देने की दिशा में कार्य कर रही है और सब कुछ ठीक रहा तो फरवरी 2020 महीने के दूसरे सप्ताह में उत्तर प्रदेश में 'गुड़ महोत्सव' का आयोजन किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश में होने वाले 'गुड़ महोत्सव' में न सिर्फ किसानों को पंख लग जाएंगे, बल्कि गुड़ उत्पादकों के चेहरे भी खिल उठेंगे। किसानों को गन्ना उत्पादन और गुड़ उत्पादकों को गुड़ बनाने की नई तकनीक का प्रशिक्षण सरकार के द्वारा दिलवाया जाएगा और गन्ना किसानों को गन्ने के रस से गुड़ और दूसरे उत्पाद बनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।इससे किसान ज्यादा लाभ हासिल कर सकेंगे।
इसके अलावा 'गुड़ महोत्सव-2021' में कृषि से जुड़े सभी विभागों के स्टाल लगाए जाने की योजना पर भी काम हो रहा है।इसमें प्रदेशभर के किसान अपने द्वारा तैयार गुड़ व उसके सह-उत्पाद लेकर पहुंचेंगे।
बताया जा रहा है कि गन्ना किसानों की आय को दो गुना करने के लिए गुड़ महोत्सव के आयोजन पर जोर दिया जा रहा है। गुड़ एवं गुड़ के सह-उत्पादों व औषधीय लाभों के प्रति जन-जागरूकता का प्रसार कर सरकार द्वारा किसानों को एक बड़ा बाजार मुहैया कराने और विचार कर मूर्तरूप देने की कोशिश हो रही है।
2 दिवसीय होगा गुड़ महोत्सव 2021 : फरवरी के दूसरे सप्ताह में लखनऊ में दो दिवसीय राज्यस्तरीय गुड़ महोत्सव 2021 का आगाज होगाऔर स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस महोत्सव में शामिल होंगे।19 जनवरी को लखनऊ में परामर्शदात्री समिति की बैठक में आयोजन की तिथि और जिलों से गुड़ उत्पादक किसानों की भागीदारी की प्रक्रिया निर्धारित होगी।
क्या बोलीं- उप आयुक्त : उप गन्ना आयुक्त उषा पाल ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गुड़ महोत्सव 2021 की तैयारियां की जा रही हैं। 19 जनवरी को होने वाली बैठक में किसानों की भागीदारी पर रणनीति तय हो जाएगी और इस दौरान महोत्सव का आयोजन कहां-कहां पर होना है और किस तिथि पर होना है इस पर भी विचार-विमर्श करके फैसला लिया जाएगा।