नई दिल्ली। उत्तर पश्चिमी और पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के आसपास तथा उड़ीसा और उत्तरी आंध्रप्रदेश के तटीय क्षेत्रों के ऊपर दबाव बना हुआ है। उत्तर पश्चिमी और पश्चिम-मध्य बंगाल खाड़ी के आसपास तथा उड़ीसा के तटीय क्षेत्रों के ऊपर दबाव पिछले तीन घंटों से क्रियात्मक रूप से स्थिर बना हुआ है। मंगलवार रात तक पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने तथा गोपालपुर और पुरी के मध्य उड़ीसा तट को पार करने की संभावना है। गुजरात में इस मानसून के दौरान अब तक औसत 41 प्रतिशत से अधिक वर्षा हो चुकी है जो सामान्य से 24 प्रतिशत अधिक है।
कुछ स्थानों पर भारी बारिश तथा अधिकांश स्थानों पर अच्छी वर्षा होने की तथा दक्षिण उड़ीसा के छुटपुट स्थानों पर अगले 48 घंटों में बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। अगले 24 घंटों के दौरान आंध्रप्रदेश के उत्तरी तटीय क्षेत्रों पर बारिश होने की संभावना है।
अगले 24 घंटों के दौरान कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश तथा अधिकांश स्थानों पर बारिश होने की संभावना है। छत्तीसगढ़ में अगले 24 घंटों के दौरान छिटपुट स्थानों पर बहुत भारी बारिश हो सकती है। अगले 48 घंटों के दौरान तेलंगाना और उत्तरी उड़ीसा में छिटपुट स्थानों पर बहुत भारी तथा अधिकतर स्थानों पर वर्षा होने की संभावना है। पूर्व मध्यप्रदेश में 19 और 20 जुलाई और पश्चिम मध्य पश्चिम में 20 और 21 जुलाई को बारिश होने की संभावना है।
हवा की चेतावनी : अगले 48 घंटों के दौरान उड़ीसा और उत्तरी आंध्रप्रदेश के तटीय भागों में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की गति तक चलने वाली हवाएं चलेंगी। इनकी रफ्तार 60 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है। अगले 48 घंटों के दौरान उड़ीसा और उत्तर आंध्र प्रदेश के तटीय भागों में समुद्र तट की स्थिति बहुत खराब हो जाने की संभावना है। उड़ीसा और उत्तर आंध्रप्रदेश के तटीय क्षेत्रों पर मछुआरों को अगले 48 घंटे के दौरान समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी जारी की गई है।
गुजरात में वर्षा : वर्षा जनित घटनाओं में आज भी कम से कम पांच लोगों की मौत (सभी बिजली गिरने से - अहमदाबाद जिले में तीन और मोरबी में एक) होने से इस साल ऐसी मौतों की कुल संख्या 60 से अधिक (लगभग 65) हो गयी है। पिछले चार दिन में ही इनमें से लगभग 20 मौते हुई हैं, जिनमें से सर्वाधिक छ: सुरेन्द्रनगर जिले में हैं।
इस बीच कल देर रात और आज सुबह भी कई स्थानों पर तेज वर्षा के बीच मौसम विभाग ने कहा है कि अगले दो दिन तक मानसून गुजरात में थोडा नरम पड़ जाएगा लेकिन बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने दबाव के चलते 21 जुलाई से फिर भारी वर्षा हो सकती है। मौसम केंद्र के निदेशक जयंत सरकार ने आज यूनीवार्ता को यह जानकारी देते हुए बताया कि पिछले 24 घंटे में 29 जिलों के 156 तालुका में वर्षा हुई है। सबसे ज्यादा वलसाड़ शहर में करीब 11 इंच, वलसाड़ जिले के पारडी और धरमपुर में 8-8 इंच और नवसारी के चिखली में 10 इंच वर्षा हुई है। अहमदाबाद शहर में कुछ स्थानों पर तीन इंच तक वर्षा हुई।
वलसाड़ और नवसारी में कई स्थानों पर जबरदस्त जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति के बीच एनडीआरएफ की टीम तैनात है। वलसाड़ में रेल पटरी पर पानी आ जाने से पांच रेलगाडि़यों को रद्द कर दिया गया है। कई विलंब से चल रही हैं।
सरकार ने बताया कि 1 जून से अब तक 24 प्रतिशत अधिक वर्ष हुई है। क्षेत्रवार तो सौराष्ट्र और कच्छ में यह 51 प्रतिशत अधिक है जबकि दक्षिण, उत्तर और मध्य गुजरात को मिला कर मौसम विभाग के गुजरात क्षेत्र में यह पांच प्रतिशत ही अधिक है। अब तक कच्छ जिला और क्षेत्र में सर्वाधिक 62.24 प्रतिशत, सौराष्ट्र में 47.82, उत्तर गुजरात में 40.84, दक्षिण गुजरात में 39.87 तथा पूर्व मध्य गुजरात में 29.36 प्रतिशत वर्षा हुई है। सुबह आठ बजे तक के आंकड़े के अनुसार राज्य में अब तक औसत 41.07 प्रतिशत वर्षा हुई है।