नई दिल्ली। 12वीं परीक्षा परिणाम आने के बाद से सभी छात्र इस बात को लेकर चिंतित दिखाई देते कि वे किस क्षेत्र में अपना करियर बनाए। हर ओर एडमिशन के लिए मारामारी है। अगर कोई छात्र परीक्षा में 99.9 प्रतिशत नंबर लाए तो इतना तो तय हो जाता है वह इंजीनियर, डॉक्टर या सिविल सेवा में ही करियर बनाएगा। लेकिन अहमदाबाद के वर्शिल ने करियर छोड़ जैन भिक्षु बनने का निर्णय लिया।
वर्शिल फर्स्ट डिवीजन में ही पास नहीं हुआ है बल्कि उसने उसने गुजरात बोर्ड की परीक्षा में टॉप किया है। उसने टॉप करने के बाद जैन भिक्षु बनने का फैसला किया और इस फैसले उसके माता-पिता दोनों ही खुश हैं।
हिंदुस्तान टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक वर्शिल के अंकल नयनभाई सुथारी ने जानकारी दी है कि वर्शिल 8 जून को जैन भिक्षु की दीक्षा लेने जा रहा है। जैन भिक्षु बनने के लिए यह शुरुआती प्रक्रिया होगी। यह कार्यक्रम गांधीनगर में होगा।
उन्होंने जानकारी दी कि वर्शिल के बोर्ड में टॉप करने पर परिवार में खुशी तो हुई लेकिन किसी तरह का कोई धूम-धड़ाका नहीं किया गया। वर्शिल का परिवार जैन धर्म का अनुनायी है और सब लोग भौतिक जीवन से दूरी बनाकर रखते हैं।