haryana cm naib singh saini oath ceremony : हरियाणा की सियासत में मंगलवार को बड़ा उलटफेर हुआ। नायब सिंह सैनी ने हरियाणा के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उनके साथ 5 विधायकों ने भी शपथ ली। मूलचंद शर्मा, रणजीत सिंह, जय प्रकाश दलाल, बनवारी लाल, कंवर पाल गुज्जर ने कैबिनेट में शपथ ली। खट्टर सरकार में गृह मंत्री रहे अनिल विज शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित नहीं थे।
इस दौरान खट्टर सरकार में गृह मंत्री रहे अनिल विज उपस्थित नहीं थे। कुरुक्षेत्र से सांसद सैनी बीजेपी का ओबीसी चेहरा माने जाते हैं और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भी रहे चुके हैं। उनके साथ पांच विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली। इससे पहले आज ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पद से इस्तीफा दे दिया था।
आगामी लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा की राजनीति में मंगलवार को हुए एक नाटकीय घटनाक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और कुछ ही देर बाद भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष नायब सिंह सैनी ने राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
सैनी के साथ ही कंवरपाल गुर्जर, मूलचंद शर्मा, चौधरी रंजीत सिंह चौटाला, जय प्रकाश दलाल और बनवारी लाल ने मंत्री पद की शपथ ली। सैनी (54) को खट्टर का करीबी माना जाता है। अक्टूबर के अंत में मुख्यमंत्री के रूप में खट्टर का दूसरा कार्यकाल खत्म होना था।
इससे पहले, भाजपा विधायक दल की बैठक में सैनी को नेता चुना गया। बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ और हरियाणा मामलों के प्रभारी बिप्लब देब मौजूद थे। नेता चुने जाने के बाद सैनी ने खट्टर और अन्य नेताओं के साथ राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया।
विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद सैनी ने एक्स पर एक पोस्ट में सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित अन्य नेताओं का आभार जताया।
देब ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नायब सिंह सैनी को विधायक दल का नेता चुने जाने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। मुझे विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और मनोहर लाल खटटर के नेतृत्व में शुरू हुए हरियाणा के विकास कार्यों को वह आगे बढ़ाते हुए राज्य को विकास के मामले में आगे लेकर जायेंगे।
अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से ताल्लुक रखने वाले सैनी कुरुक्षेत्र से सांसद हैं और पिछले साल अक्टूबर में ओम प्रकाश धनखड़ को हटाकर उन्हें प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। इस बदलाव को ओबीसी समुदाय पर अपनी पकड़ मजबूत करने के भाजपा के प्रयास के तौर पर देखा गया था।
राज्य में सबसे अधिक आबादी जाट समुदाय की है। माना जाता है कि इस समुदाय का वोट कांग्रेस, जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) और इंडियन नेशनल लोकदल के बीच बंट जाता है।
सैनी ने प्रदेश संगठन में कई पदों पर जिम्मेदारी संभाली है। वह भाजपा की युवा इकाई भारतीय जनता युवा मोर्चा में भी कई दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं। साल 2012 में उन्हें भाजपा ने अंबाला इकाई का जिला अध्यक्ष बनाया था और फिर साल 2014 में वह नारायणगढ़ विधानसभा क्षेत्र से जीतकर पहली बार विधानसभा पहुंचे। वह हरियाणा सरकार में राज्य मंत्री भी रहे हैं। साल 2019 में वह कुरुक्षेत्र से सांसद चुने गए।
हरियाणा में मुख्यमंत्री को ऐसे समय में बदला गया है, जब लोकसभा चुनाव की घोषणा होने में कुछ ही दिन बचे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को हरियाणा में ही थे। गुरुग्राम में एक सरकारी कार्यक्रम में उन्होंने खट्टर की जमकर तारीफ की थी। तब किसी को यह अनुमान भी नहीं था कि अगले ही दिन खट्टर को इस्तीफा देना पड़ जाएगा।
हरियाणा विधानसभा के पिछले चुनाव के बाद भाजपा ने जजपा के साथ मिलकर और कुछ निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाई थी। मनोहर लाल खट्टर मुख्यमंत्री और जजपा अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला उपमुख्यमंत्री बने।
पंजाबी खत्री समुदाय से ताल्लुक रखने वाले खट्टर ने आज जब मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया, तब राज्य मंत्रिपरिषद में उनको मिलाकर कुल 14 मंत्री थे। इसमें चौटाला सहित जजपा के तीन सदस्य भी शामिल थे।
जजपा आगामी लोकसभा चुनाव में हिसार और भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से अपना उम्मीदवार उतारना चाह रही थी, लेकिन भाजपा दोनों सीट छोड़ने के लिए तैयार नहीं थी, क्योंकि पिछले लोकसभा चुनाव में उसने राज्य की सभी 10 सीट पर जीत हासिल की थी।
दुष्यंत चौटाला ने सोमवार को भाजपा अध्यक्ष नड्डा के साथ सीटों के बंटवारे के सिलसिले में बातचीत भी की थी, लेकिन संभवत: वह विफल रही। इससे पहले कि गठबंधन टूटने को लेकर कोई औपचारिक घोषणा होती, भाजपा ने मुख्यमंत्री खट्टर का इस्तीफा दिला दिया और विधायक दल के नए नेता का चयन कर लिया।
वर्तमान में, 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में भाजपा के 41 विधायक और जजपा के 10 विधायक हैं। इस गठबंधन को सात में से छह निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन प्राप्त था। आंकड़ों के लिहाज से, भाजपा सरकार को फिलहाल कोई खतरा नहीं दिख रहा है।
मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के 30 विधायक हैं और इंडियन नेशनल लोकदल तथा हरियाणा लोकहित पार्टी के पास एक-एक सीट है।
हरियाणा में हुए इस आश्चर्यजनक घटनाक्रम के बाद जेजेपी ने दिल्ली में अपने नेताओं की एक बैठक बुलाई। माना जा रहा है कि हरियाणा के उसके पांच विधायकों ने बैठक में हिस्सा नहीं लिया। इसे पार्टी में संभावित टूट का संकेत माना जा रहा है।
दुष्यंत चौटाला ने एक्स पर एक पोस्ट में हरियाणा के उपमुख्यमंत्री के रूप में प्रदेश की सेवा करने का अवसर मिलने के लिये जनता का आभार जताया और कहा कि राज्य का हित और जनता के कार्यों के लिए उनका समर्थन और सहयोग उनके लिए हमेशा ऊर्जादायक रहा है।
उन्होंने कहा, सीमित समय और सीमित संख्या के साथ हमने दिन रात हरियाणा के हितों की रक्षा के लिए लगाए हैं। हमने हरियाणा के हर वर्ग और हर क्षेत्र के काम सरकार में करवाये हैं।
उन्होंने जनता से कहा, मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि जननायक चौधरी देवीलाल जी के कदमों पर चलते हुए, मैं हरियाणा और हरियाणा के लोगों के हितों की रक्षा के लिए सदैव समर्पित रहूंगा। हरियाणा के लोगों की सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा के हमारे प्रयास लगातार जारी रहेंगे।
जेजेपी की हरियाणा इकाई के अध्यक्ष निशान सिंह ने बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया कि पार्टी नेताओं के बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय सिंह चौटाला ने की और इसमें सभी मुद्दों पर चर्चा की गईं
उन्होंने कहा कि 13 मार्च को अजय सिंह चौटाला का जन्मदिन है और इस अवसर पर हिसार में आयोजित नव संकल्प रैली में पार्टी के आगामी रुख की घोषणा की जाएगी।
जजपा के कुछ विधायकों के भाजपा संग जाने के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हिसार की रैली में ही सारे सवालों का जवाब दिया जाएगा।
हरियाणा निवास में जहां भाजपा की बैठक हो रही थी, उसमें खट्टर सरकार में गृह मंत्री का पद संभालने वाले वरिष्ठ नेता अनिल कुमार विज भी मौजूद थे। हालांकि वह बैठक जारी रहने के दौरान वहां से निकल गए। इसकी वजह पूछे जाने पर वह सवालों को टाल गए। उन्होंने कहा, जो लोग दिल्ली से आए हैं, वे बताएंगे।
पीएम ने दी बधाई : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता नायब सिंह सैनी को बधाई दी और राज्य के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए उन्हें शुभकामनाएं दीं।
मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर नायब सिंह सैनी को बधाई। मैं उन्हें और उनके मंत्रियों की टीम को हरियाणा के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के उनके प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देता हूं।