हरियाणा में एक ऐसा मामला सामने आया है जिससे हर कोई हैरान है। ममता के आगे बेटे का काल भी हार गया। एक बच्चे के अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही थी। मां अपने बेटे के सिर को चूमते हुए बार-बार कह रही थी- उठ जा मेरे बच्चे, उठ जा। तभी बच्चे के शरीर में हलचल होने लगी। दोबारा इलाज शुरू हुआ और वह जीवित हो उठा। हरियाणा के बहादुरगढ़ में टाइफाइड से ग्रसित एक बच्चे का दिल्ली में इलाज चल रहा था। डॉक्टरों ने उस बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
माता-पिता बच्चे को लेकर बहादुरगढ़ लौट आए। घर पर हाहाकर मच गया। शोकाकुल परिवार ने बच्चे के अंतिम संस्कार की तैयारी कर ली। इसके लिए उन्होंने रात को बर्फ का इंतजाम किया अैर नमक भी मंगवा लिया। मां को अपने बच्चे के मरने की बात से बहुत ठेस पहुंची। वह बदहवास हो गई। बार-बार बच्चे को दुलारते हुए कहने लगी- उठ जा मेरे बच्चे, उठ जा...।
मां उसे बार-बार प्यार से हिलाकर जिंदा होने की दुहाई दे रही थी। मीडिया खबरों के मुताबिक चादर की पैकिंग में रखे शव में कुछ देर बाद हलचल महसूस हुई, तभी मां ने बच्चे के पिता को आवाज दी। पिता ने जब बच्चे का चेहरा पैकिंग से बाहर निकाला और उसे मुंह से सांस दी तो बच्चे ने पिता के होंठ पर दांत गड़ा दिए। यह देखकर परिजनों की आस बंधी। बच्चे का फिर से इलाज शुरू और वह ठीक होकर आ गया।