देहरादून। उत्तराखंड मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे में प्रदेश के कुछ जिलों में जहां भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है, जबकि हरिद्वार, टिहरी, उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग में भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस अलर्ट के बाद प्रशासन भी अलर्ट मोड में आ गया है।
उत्तराखंड मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने कहा, कुमाऊं क्षेत्र के जनपद और इससे लगने वाले गढ़वाल क्षेत्र के जनपद में भारी से बहुत भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है।इसके साथ ही कहीं-कहीं अत्यंत भारी वर्षा होने की आशंका है। वहीं कई जिलों में कहीं-कहीं आकाशीय बिजली चमकने का भी पूर्वानुमान है।
भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए आज केदारनाथ धाम की पैदल यात्रा को रोक लगा दिया गया है। केदारनाथ यात्रा मार्ग के सोनप्रयाग-गौरीकुंड के बीच भारी मात्रा में मलबा आया है, जिस कारण यात्रियों को सोनप्रयाग और गौरीकुंड में रोका गया है।केदारनाथ धाम में दो दिनों से रुक-रुककर बारिश हो रही है।
बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग नंदप्रयाग के पास लगातार बंद हो रहा है। हेमकुंड साहिब को जोड़ने वाला मोटर मार्ग भी गोविंदघाट से 3 किलोमीटर आगे पुलना के पास बंद हो गया है। विभिन्न जिलों में रेड अलर्ट को लेकर जिला प्रशासन की टीम भी मुस्तैद दिखाई दे रही है।
गंगोत्री-यमुनोत्री में 2 तीर्थयात्रियों की मौत : उत्तराखंड में चल रही चारधाम यात्रा के तहत गंगोत्री और यमुनोत्री यात्रा में शुक्रवार को दो तीर्थयात्रियों की मौत हो गई। यमुनोत्री धाम की यात्रा में आए गुजरात के 40 वर्षीय पराग भूपति की मौत हो गई, जबकि गंगोत्री धाम के दर्शन कर लौटे महाराष्ट्र के शरद हरि भट्ट की हृदय गति रुकने से जान चली गई।
यात्रा शुरू होने से लेकर अभी तक दोनों धामों में 57 तीर्थयात्री जान गंवा चुके हैं। जो तीर्थयात्री चारधाम पर आते हैं, वे आस्था पर आने से खाना-पीना छोड़ देते हैं, जिस कारण यात्रियों को दिक्कतें होती हैं, जबकि मन्दिर प्रशासन तीर्थयात्रियों को यात्रा पर आने से पहले अपने साथ दवाइयां, बरसाती, गर्म कपड़ों के साथ ही पूरी व्यवस्था रखने की बराबर हिदायत देता है।