चंडीगढ़। पंजाब पुलिस ने सोमवार को कहा कि अमृतसर के एक गांव से 2 किलो से ज्यादा आरडीएक्स विस्फोटक के साथ एक टिफिन बॉक्स बम मिलने के बाद राज्य में हाईअलर्ट कर दिया गया है। यह बम संभवत: पाकिस्तान से उड़ाए गए ड्रोन के जरिए गिराया गया था। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिनकर गुप्ता ने कहा कि बम में रिमोट कंट्रोल या टाइमर के जरिए धमाका किया जा सकता था।
गुप्ता ने बताया, टिफिन बॉक्स बम को संवर्धित विस्फोटक उपकरण (आईईडी) कहा जा सकता है। आईईडी दो खन वाले टिफिन बॉक्स में रखा गया था और उस पर आकर्षक तस्वीर लगाई गई थी। बीती शाम अमृतसर के लोपोके पुलिस थाना क्षेत्र के धालिके गांव के निकट से यह बरामदगी की गई।
उन्होंने कहा, हमारा आकलन है कि इस बम को सीमा पार से ड्रोन के जरिए यहां पहुंचाया गया है। पुलिस के मुताबिक स्वतंत्रता दिवस से कुछ दिन पहले मिले बैग में टिफिन बम के अलावा कुछ हथगोले और कारतूस भी थे।डीजीपी ने कहा कि बाचीविंड के पूर्व सरपंच ने पुलिस को इलाके में ड्रोन की हरकत के बारे में सूचित किया था। विस्फोटक मिलने के बाद पंजाब पुलिस कई सीमावर्ती गांवों में तलाशी अभियान चला रही है।
टिफिन बम में स्विच प्रणाली का इस्तेमाल किया गया है और इसे टाइमर के साथ जोड़कर भी विस्फोट किया जा सकता है। इसमें यू-आकार के दो चुंबकों के साथ एक चुंबकीय परिक्षेत्र भी है और एक छपा हुआ सर्किट बोर्ड है जो रिपोर्ट सिग्नल प्राप्त करने में मदद कर सकता है।
उन्होंने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि हो सकता है इसे किसी महत्वपूर्ण लक्ष्य के लिए इस्तेमाल किया जाना हो। हालांकि फिलहाल इस चरण में यह नहीं कहा जा सकता कि क्या यह विस्फोटक किसी शीर्ष राजनेता को निशाना बनाने के लिए था या फिर किसी और जगह के लिए था और पंजाब सिर्फ इसकी आपूर्ति के लिए ठिकाना भर था।
उन्होंने कहा, यह एक बेहद भयावह घटनाक्रम है। बीते पांच वर्षों में कई पिस्तौल, हथगोले जब्त किए गए हैं। उन्होंने कहा कि ड्रोन से होने वाला खतरा एक बड़ी सुरक्षा चुनौती है। उन्होंने कहा, चाहे वह बीएसएफ हो या अन्य एजेंसियां, वे प्रयास कर रही हैं और सभी ड्रोन से होने वाले इस खतरे की जानकारी रखते हैं, जो आज के समय में सबसे बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) और सीमा सुरक्षाबल (बीएसएफ) के साथ मिलकर काम कर रही है।
एनआईए जम्मू वायुसैनिक अड्डे पर हाल में हुए ड्रोन हमले की जांच कर रहा है- यह पहला अवसर था जब प्रमुख प्रतिष्ठानों पर हमले के लिए पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों ने ड्रोन का इस्तेमाल किया था। डीजीपी ने कहा कि पुलिस को एक लावारिस बैग मिला, जिसमें सात थैलियां, एक प्लास्टिक का टिफिन, पांच हथगोले, 9 एमएम पिस्तौल के 100 कारतूस थे।
उन्होंने कहा कि इसमें दो किलोग्राम से ज्यादा विस्फोटक पदार्थ, एक रिमोट कंट्रोल उपकरण और एक स्विच भी मिला है। उन्होंने कहा कि बैग से 9 वोल्ट की एक बैटरी और तीन डेटोनेटर भी बरामद किए गए हैं। पंजाब पुलिस राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड की मदद ले रही है, जिसने कहा कि यह एक उन्नत किस्म का बम है जिसमें 2-3 किलो आरडीएक्स विस्फोटक का इस्तेमाल हुआ है।
उन्होंने कहा, बीते दो या तीन महीनों में सीमा पार से आतंकवादी गतिविधियां बढ़ी हैं। आतंकवादियों और राष्ट्रविरोधी तत्वों पर स्वतंत्रता दिवस के आसपास कुछ करने के लिए काफी दबाव है और पंजाब पुलिस तथा आतंकवाद निरोधी गतिविधियों में शामिल केंद्रीय एजेंसियों को इसकी जानकारी है।
इस घटनाक्रम को चिंता पैदा करने वाला बताते हुए डीजीपी ने जनता से सतर्क रहने की अपील करते हुए कहा कि ट्रेन, बस या रेस्तरां समेत कहीं भी कुछ भी संदिग्ध सामान या परित्यक्त वस्तु नजर आने पर फौरन पुलिस को इसकी जानकारी दें। उन्होंने कहा, लोग पुलिस को 112 या 181 हेल्पलाइन नंबर पर जानकारी दे सकते हैं।
इस बीच अमृतसर के लोपोके पुलिस थाने में शस्त्र अधिनियम व विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। डीजीपी ने कहा कि एक अन्य घटनाक्रम में राज्य के ए श्रेणी के 31 गैंगेस्टर में से 20 को गिरफ्तार किया गया है जबकि सात को विभिन्न अभियानों में मार गिराया गया और दो यूरोप में हैं।(भाषा)