उन्होंने पुलिस से शिकायत की है कि कुछ भगवा वस्त्रधारी लोग न्यूज़रूम में आये, जिन्होंने कथित तौर पर उनके साथ दुर्व्यवहार किया और लाठियों से उनकी पिटाई की।
आईआईटी बाबा सेक्टर 126 स्थित पुलिस चौकी के बाहर बैठ गए। हालांकि बाद में पुलिस के समझाने पर उन्होंने अपना धरना वापस ले लिया। सेक्टर 126 थाने के प्रभारी भूपेंद्र सिंह ने कहा कि वह आश्वस्त हो गए हैं और उन्होंने शिकायत दर्ज नहीं करवाई।
चौंकाने वाली है आईआईटी बाबा की कहानी : IIT बॉम्बे से इंजीनियरिंग करने वाले अभय सिंह की कहानी बहुत हैरान करने वाली है। ऐरोस्पेस इंजीनिअरिंग और अच्छी जॉब के बाद उन्होंने अचानक सन्यास ले लिया और महाकुंभ में पहुंच गए। उनके विडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे और लोग इस युवा के बारे में और जानने को उत्सुक हो गए लेकिन इसी बीच अखाड़े से उन्हें निकले जाने की खबर ने सभी को चौंका दिया।
क्यों हुए IIT बाबा अभय सिंह निष्कासित : मीडिया खबरों के अनुसार जूना अखाड़े ने अभय सिंह को उनके गुरु महंत सोमेश्वर पुरी के प्रति अपशब्दों का प्रयोग करने के आरोप में निष्कासित किया। अखाड़े का मानना था कि यह कृत्य सन्यास के सिद्धांतों और गुरु-शिष्य परंपरा के खिलाफ है। अखाड़े ने यह फैसला अभय सिंह द्वारा सोशल मीडिया पर उनकी विवादित पोस्ट के बाद लिया जिसमें उन्होंने अपने पिता को 'हिरण्यकश्यप' और अपने गुरु को 'पागल' कहा था।
क्या कहा जूना अखाड़ा ने : अखाड़े का कहना है कि अभय सिंह ने गुरु के प्रति अनादर दिखाया है, जो सन्यासी के लिए अक्षम्य अपराध है। उन्होंने कहा कि अभय सिंह ने अखाड़े के नियमों का उल्लंघन किया है और इसलिए उन्हें निष्कासित किया गया। आईआईटी बाबा के नाम से मशहूर अभय सिंह को उनके गुरु महंत सोमेश्वर पुरी के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप के बाद हटाया गया।
अखाड़े की ओर से कहा गया कि अनुशासन और मर्यादा के उल्लंघन के आधार पर समिति ने उनके निष्कासन को तब तक जारी रखने का फैसला किया है जब तक वह सम्मानित और अनुशासित आचरण का प्रदर्शन नहीं करते।
edited by : Nrapendra Gupta