छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में आईटीबीपी और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबल को बड़ी सफलता मिली है। इस मुठभेड़ में आईटीबीपी ने पांच लाख की इनामी कुख्यात महिला नक्सल कमांडर जरीना को मार गिराया गया। घटना स्थल से 2 बंदूक के साथ भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद हुआ है।
मुठभेड़ में महिला नक्सल कमांडर जरीना की मौत को सुरक्षाबल एक बड़ी कामयाबी के तौर पर देख रहे हैं। नक्सलियों और सुरक्षा बलों के बीच यह मुठभेड़ कोहका थाना क्षेत्र के कोंडाल पाहड़ी के पास हुई है। आईटीबीपी के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, बुधवार सुबह आईटीबीपी टीम, स्थानीय पुलिस के साथ सर्च ऑपरेशन के लिए निकली हुई थी। सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम ने पहाड़ी में मौजूद नक्सलियों को घेर लिया। खुद को सुरक्षाबलों से घिरा पाकर नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जिसका सुरक्षाबलों ने मुंहतोड़ जवाब देना शुरू किया।
करीब एक घंटे चली मुठभेड़ मे फोर्स ने महिला नक्सली जरीना को मार गिराया। पुलिस ने जरीना का शव बरामद कर लिया है। मौके से जरीना के शव के साथ 12 बोर की बंदूक और कई सामान जब्त किए गए है। आईटीबीपी के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, मुठभेड़ में मारी गई महिला नक्सली जरीना पोटाई मूल रूप से बीजापुर इलाके की रहने वाली थी। यह महिला नक्सली मोहला-औधी एरिया कमेटी सदस्या थी। उन्होंने बताया कि जरीना के खिलाफ मानपुर सब डिवीजन के 4 थानों में करीब 16 अपराध मामले रजिस्टर हैं।
मुठभेड़ में मारी गई नक्सली जरीना पोटाई के ऊपर छत्तीसगढ़ शासन का 5 लाख रूपए का इनाम घोषित किया हुआ था। वह 2005 से मानपुर सब डिवीजन में सक्रिय थी। राजनांदगांव में पिछले डेढ़ साल के दौरान 18 बड़े नक्सली मुठभेड़ में मारे गए हैं।