चेन्नई। तमिलनाडु में तिरचिरापल्ली जिले सहित कई स्थानों पर रविवार को पारंपरिक उल्लास के साथ जल्लीकूट्टू का आयोजन शुरू हो गया। हालांकि मदुरै के अलंगनालूर में विरोध प्रदर्शन जारी रहा जहां लोगों ने स्थाई समाधान की मांग करते हुए खेल का आयोजन करने से इनकार कर दिया।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ओ. पनीरसेल्वम ने कल कहा था कि वह अलंगनालूर में खेल का उद्घाटन करेंगे, लेकिन अब उनके द्वारा पड़ोसी डिंडीगुल जिले में उद्घाटन किए जाने की उम्मीद है।
तिरचिरापल्ली जिले के मनप्पराई में सांड़ों को काबू में करने का खेल शुरू हो गया जहां हजारों लोग इसे देखने पहुंचे हैं। इसमें सैकड़ों सांड़ों और युवकों ने हिस्सा लिया। जीतने वाले पशुओं के मालिकों और युवाओं को पुरस्कार राशि से पुरस्कृत किया गया। धर्मपुरी जिले के गांवों से मंजूविरत्तू (जल्लीकट्टू का ही एक अन्य रूप) के आयोजन की खबरें हैं।
राज्य में यहां के मरीना सहित कई जगहों पर प्रदर्शनकारी डटे हुए हैं। अलंगनालूर में आंदोलनकारियों के कई तबकों ने जल्लीकट्टू मनाने से इनकार कर दिया। उन्होंने विशाल खेल क्षेत्र के प्रवेश और निकास बिन्दुओं को अवरुद्ध कर दिया।
आयोजकों के एक समूह ने क्षेत्र से सांड़ों को भी हटा दिया। उन्होंने खेल के लिए लाए गए अध्यादेश को नकारते हुए मुद्दे के स्थाई समाधान की मांग की। (भाषा)