जम्मू। भाजपा ने जम्मू-कश्मीर के शिक्षा मंत्री अल्ताफ अहमद बुखारी को सेना प्रमुख के साथ विवाद में नहीं उलझने की हिदायत दी। 2 दिन पहले मंत्री ने कहा था कि जनरल बिपिन रावत को अपना काम करना चाहिए और राज्य के मामलों में दखल नहीं देना चाहिए। रावत ने शुक्रवार को कहा था कि सोशल मीडिया एवं राज्य में सरकारी स्कूल दुष्प्रचार अभियान चला रहे हैं इसके नतीजतन युवाओं में कट्टरता बढ़ रही है।
उन्होंने राज्य में मस्जिदों एवं मदरसों पर थोड़े नियंत्रण का आह्वान किया और शिक्षा में व्यापक सुधार का सुझाव दिया। बुखारी ने तब सेना प्रमुख पर राज्य के मामलों में दखल देने का आरोप लगाया। भाजपा की जम्मू-कश्मीर इकाई के प्रवक्ता ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) अनिल गुप्ता ने एक बयान में कहा कि मंत्री को व्यावहारिक बनना चाहिए और सेना प्रमुख के साथ विवादों में पड़ने की बजाय उन्हें हकीकत स्वीकार करनी चाहिए। गुप्ता ने कहा कि रावत की टिप्पणी को सकारात्मक तरीके से देखना चाहिए और राजनीतिक मुद्दा नहीं बनाना चाहिए। भाजपा नेता ने कहा कि सेना प्रमुख का बयान घाटी में उनके व्यापक अनुभव एवं विभिन्न स्तरों पर छात्रों से बातचीत पर आधारित है।
बयान के अनुसार राज्यपाल के संबोधन पर अपने धन्यवाद प्रस्ताव के जवाब में मुख्यमंत्री ने भी विधानसभा में अपने हालिया भाषण में कट्टरवाद एवं युवाओं को दिग्भ्रमित करने को लेकर चिंता जाहिर की थी। गुप्ता ने कहा कि राज्य में शांति एवं स्थिरता बहाल करने के लिए सेना एक महत्वपूर्ण पक्ष है। (भाषा)