श्रीनगर। हिंसाग्रस्त कश्मीर घाटी में हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं और कर्फ्यू, पाबंदियों तथा अलगाववादियों की हड़ताल के कारण पिछले 1 महीने से सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त है।
अनंतनाग जिले में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी और 2 अन्य आतंकवादियों के मारे जाने के बाद 9 जुलाई से हिंसा का दौर जारी है और अब तक 56 लोगों की मौत हो चुकी है तथा 6 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए है जिनमें आधे सुरक्षाकर्मी हैं। इसके साथ ही 2 पुलिसकर्मी शहीद हुए हैं।
अनंतनाग के ची गांव में शनिवार को ताजा हिंसा में 40 लोगों समेत घाटी में विभिन्न झड़पों में कई लोगों के घायल होने से स्थिति अब भी तनावग्रस्त है। नातीपुरा और नौगाम में शनिवार को शाम हजारों लोग सड़कों पर उतर आए और आजादी के समर्थन में नारे लगाने लगे जिसके बाद सुरक्षाबलों के साथ झड़पों में पैलेट गन से कई लोग घायल हो गए जिनमें से 2 गंभीर रूप से घायल हुए है।
अधिकारियों ने बताया कि ताजा हिंसा के बाद दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग और बडगाम जिले के चादूर, खान साहिब और मागमा के अलावा श्रीनगर में पुराने इलाके और शहर-ए-खास में कर्फ्यू लगा हुआ है। (वार्ता)