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सात दिनों से बंद है कश्मीर नेशनल हाईवे, हजारों फंसे

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सुरेश एस डुग्गर

, मंगलवार, 14 मार्च 2017 (19:39 IST)
श्रीनगर। पिछले सात दिनों से कश्मीर की लाइफ लाइन अर्थात जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे बंद है। खराब मौसम के कारण भूस्खलन ने कई स्थानों से राजमार्ग का नामोनिशान ही मिटा दिया हुआ है। हालत यह है कि कश्मीर में खाने-पीने की जरूरी वस्तुओं की किल्लत महसूस की जाने लगी है। हजारों फंसे हुए लोग अब हिंसक प्रदर्शन पर उतर आए हैं।
बर्फबारी और बारिश की वजह से भूस्खलन होने के बाद श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग मंगलवार को सातवें दिन भी यातायात के लिए बंद रहा। हाईवे बंद होने के कारण जम्मू और श्रीनगर के लिए निकले यात्री जगह-जगह फंसे हुए हैं। प्रशासन को जगह-जगह फंसे यात्रियों को वहां से निकालने के लिए विमान सेवा की मदद लेनी पड़ी। राजमार्ग का एक हिस्सा पंथल खंड पर भारी भूस्खलन के कारण बह गया है। जम्मू और कश्मीर में जगह-जगह फंसे यात्रियों को निकालने के लिए सरकार ने आज विशेष उड़ानों की व्यवस्था की है। यात्रियों को एयरलिफ्ट किया गया है।
 
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, राजमार्ग के विभिन्न स्थानों पर 500 से अधिक वाहन फंसे हुए हैं। इस बीच, राज्य सरकार ने विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए यात्रियों को श्रीनगर से उधमपुर ले जाने और फिर उधमपुर से श्रीनगर ले जाने के लिए हवाई सेवा की व्यवस्था की है। यातायात अधिकारियों के अनुसार, विभिन्न स्थानों पर फंसे यात्रियों को सोमवार को बनिहाल कस्बे तक पहुंचने और वहां से घाटी के लिए ट्रेन लेने के लिए 15 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ा।
 
अधिकारी ने यहां बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग अभी भी यातायात के लिए बंद है क्योंकि ताजा बर्फबारी ने इसे वाहनों की आवाजाही के लिए असुरक्षित बना दिया है। उन्होंने बताया कि रामबन और रामसू के नजदीक कुछ स्थानों पर भूस्खलन होने के कारण मलबा फैल गया है। अधिकारी ने बताया कि रामबन के मेहर में और रामसू के नजदीक अन्य स्थानों पर सोमवार को फिर से भूस्खलन हुआ, जिसकी वजह से राजमार्ग यातायात के लिए अवरुद्ध हो गया। 
 
उन्होंने बताया कि लोगों और मशीनों की मदद से राजमार्ग की सफाई की जा रही है। अधिकारी यातायात को शुरू करने के लिए सड़क को साफ करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। भारी बारिश और बर्फबारी के बाद पिछले बुधवार को राजमार्ग को यातायात के लिए बंद कर दिया गया था।
 
जम्मू के नगरोटा में मंगलवार को नेशनल हाईवे पर फंसे हुए ट्रक चालकों ने विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि उनके लिए सरकार कोई प्रबंध नहीं करती है जबकि घाटी में आवश्यक सामग्री की आपूर्ति वे कठिन हालातों में भी सुनिश्चित बनाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि चालकों के पास मौजूद खाद्य सामग्री खत्म हो गई है। उन्हें भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है पर सरकार को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।

कश्मीर में मांस, चिकन, सब्जी की भारी कमी : श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पिछले सात दिन से बंद होने के कारण कश्मीर घाटी के लोगों को जरुरी सामानों जैसे सब्जियां, मांस और चिकन की कमी का सामना कर रहे हैं। घाटी के कुछ जगहों पर खाद्य सामग्री काफी मंहगे दामों में बिक रहे हैं। बाजार में आलू और प्याज के अलावा पूरे श्रीनगर में साग सब्जियों और मांस, चिकन की भारी कमी है। 
 
शहरी भाग के मुख्य मंडी में एक थोक विक्रेता ने कहा कि हमें गत एक सप्ताह से खाद्य सामग्रियों की आपूर्ति नहीं हुयी है। उन्होंने कहा कि ताजे सब्जियों से लदे हमारे कई ट्रक राजमार्ग बंद होने की वजह से उधमपुर और जम्मू में फंसे हुये हैं। इससे हमें काफी नुकसान उठाना पड़ा है। 

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