मुंबई। जानेमाने पत्रकार एवं लेखक अरुण साधु का हृदय संबंधी बीमारी के कारण सोमवार तड़के यहां एक अस्पताल में निधन हो गया। वे 76 वर्ष के थे।
अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि साधु ने सायन अस्पताल में अंतिम सांस ली, जहां उन्हें हृदय संबंधी बीमारी के कारण कल भर्ती कराया गया था। उनकी हालत गंभीर थी और उन्हें आईसीयू में वेंटीलेंटर पर रखा गया था।
अस्पताल की प्रभारी डीन डॉ. जयश्री मोंडकर ने कहा, वे कार्डियोमायोपैथी (हृदय की मांसपेशियों संबंधी रोग) से पीड़ित थे। साधु की अंतिम इच्छा के अनुसार, उनका अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। परिजनों के मुताबिक, वे चाहते थे कि उनके शरीर को दान कर दिया जाए।
उनके परिवार में पत्नी अरुणा और दो बेटियां हैं। अरुणा सामाजिक कार्यकर्ता हैं। कई लोगों ने आज दोपहर में साधु के बांद्रा स्थित आवास पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्हें उनके पहले उपन्यास ‘मुंबई दिनांक’ एवं उनकी पुस्तक ‘सिंहासन’ के लिए जाना जाता है। ‘सिंहासन’ पर बाद में एक मराठी फिल्म बनाई गई थी।
टाइम्स ऑफ इंडिया, इंडियन एक्सप्रेस, द स्टेट्समैन और मराठी अखबार केसरी समेत कई समाचार पत्रों के साथ काम करने वाले साधु ने हिंदी, अंग्रेजी और मराठी में विभिन्न उपन्यास लिखे जिनके लिए उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला।
उन्हें भारतीय भाषा परिषद, एन सी केल्कर और आचार्य अत्रे पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया। साधु ने कई लघु कहानियों के अलावा शिवसेना के उदय, वियतनाम युद्ध और चीनी क्रांति के बारे में भी लिखा। (भाषा)