रायपुर। धर्म संसद में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर अपमानजनक टिप्पणी व अपशब्द कहने पर एफआईआर के बाद संत कालीचरण ने वीडियो जारी किया है। इसमें उन्होंने कहा कि उन्हें इसका कोई पश्चाताप नहीं है। मुझे मृत्युदंड भी स्वीकार है। फांसी पर भी चढ़ा दोगे तो भी मेरे सुर नहीं बदलेंगे।
उन्होंने कहा कि करोड़ों साल से राष्ट्र है। 200 साल पहले आया व्यक्ति कैसे राष्ट्रपिता हो सकता ह। वीडियो में उन्होंने एक बार फिर से नाथूराम गोडसे को फिर साष्टांग प्रणाम किया। वीडियो में उन्होंने कहा कि महात्मा, गांधीजी नहीं बल्कि नाथूरोम गोडसे है।
धर्म की रक्षा और राष्ट्र को बचाने के लिए वे फांसी पर भी चढ़ने को तैयार हैं। रविवार शाम दो दिवसीय धर्म संसद के अंतिम दिन कालीचरण ने अपने वक्तव्य के दौरान राष्ट्रपिता के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी और उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे को प्रणाम करते हुए उनकी प्रशंसा की थी। इसके बाद ही सियासत गर्मा गई है।
रायपुर में महात्मा गांधी पर अपशब्द कहने को लेकर रायपुर पुलिस ने पीसीसी चीफ मोहन मरकाम व प्रमोद दुबे की शिकायत पर कालीचरण के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 505 (2) (विभिन्न वर्गों के बीच शत्रुता, घृणा या द्वेष पैदा करने या बढ़ावा देने वाले बयान) तथा 294 (अश्लील कृत्य) के तहत मामला दर्ज किया है। एसएएपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि कालीचरण का एक और वीडियो जारी होने की सूचना मिली है। उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है तथा आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। फरार कालीचरण को गिरफ्तार करने पुलिस की टीमें बनाई गई है।