दार्जीलिंग (पश्चिम बंगाल)। दार्जीलिंग में शनिवार को तड़के उच्च तीव्रता वाली विस्फोट के बाद कलिमपोंग पुलिस स्टेशन पर शनिवार को रात ग्रेनेड से हुए हमले में एक सिविक पुलिसकर्मी की मौत हो गई और एक अन्य कर्मी घायल हो गया। पुलिस ने इसकी जानकारी दी।
पृथक गोरखालैंड की मांग करते हुए 2 महीने से ज्यादा समय से यहां चल रही अनिश्चितकालीन हड़ताल के दौरान पहली बार इस तरह की घटना हुई है। शनिवार को यहां एक विस्फोट और कलिमपोंग में पुलिस स्टेशन में ग्रेनेड फेंकने की घटना हुई।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कलिमपोंग पुलिस स्टेशन पर अज्ञात अपराधियों ने रात के करीब 11 बजे हथगोला फेंका। उन्होंने बताया कि इस ग्रेनेड विस्फोट में एक सिविक पुलिस वॉलंटियर की मौत हो गई और एक होमगार्ड कर्मी घायल हो गया।
दार्जीलिंग के पुलिस महानिरीक्षक मनोज वर्मा ने बताया कि पुलिस स्टेशन में अज्ञात बदमाशों ने ग्रेनेड फेंका। घटनास्थल पर ही एक सिविल पुलिस वॉलंटियर की मौत हो गई। होमगार्ड कर्मी इस घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि ग्रेनेड हमले के बाद पुलिस और सुरक्षा बलों ने पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर ली है।
दार्जीलिंग को दहला देने वाली घटना शनिवार तड़के हुई। उच्च तीव्रता का विस्फोट और यह ग्रेनेड हमला एक ही दिन हुआ है। उच्च तीव्रता वाला विस्फोट दार्जीलिंग के चौक बाजार क्षेत्र में मोटर स्टैंड के निकट हुआ था। यह घटनास्थल दार्जीलिंग पुलिस स्टेशन से केवल 200 मीटर की दूरी पर था।
पुलिस ने इस हमले का आरोपी गोरखा जनमुक्ति मोर्चा को बताया था, हालांकि जीजेएम नेतृत्व ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि पुलिस गोरखालैंड के लिए चल रहे लोकतांत्रिक आंदोलन को नुकसान पहुंचाने का कार्य कर रही है।
जीजेएम सुप्रीमो बिमल गुरुंग ने कहा कि आरोप पूरी तरह से आधारहीन हैं। यह विस्फोट उन लोगों का काम है, जो नहीं चाहते हैं कि गोरखालैंड बने। मेरा मानना है कि एनआईए अधिकारियों वाली एक उच्चस्तरीय टीम का गठन सच्चाई को सामने लाने के लिए होना चाहिए।
अतिरिक्त महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अनुज शर्मा ने बताया कि इस मामले में जेजीएम सुप्रीमो बिमल गुरुंग और जीजेएम के अन्य नेताओं पर यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया जाएगा। शर्मा ने बताया कि हमने जांच शुरू कर दी है। फॉरेंसिक टीम ने जगह का निरीक्षण किया है। (भाषा)