लखनऊ में हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की हत्या के आरोपियों ने राजधानी पुलिस को हर कदम पर खुली चुनौती दी। हत्या के बाद आरोपी आराम से लखनऊ की सड़कों पर घूमते रहे और राजधानी की हाईटेक पुलिस सोती रही। कमलेश तिवारी की हत्या से पहले दोनों आरोपी लखनऊ के खालसा-इन होटल में रुके थे, होटल मैनेजर के मुताबिक, कमलेश तिवारी की हत्या में शामिल अशफाक हुसैन और पठान मोइनुद्दीन 17 अक्टूबर को रात 10 बजकर 48 मिनट पर पहुंचे थे।
इसके बाद दोनों आरोपियों ने अपनी खुद की आईडी पर होटल खालसा-इन में कमरा बुक कराया। होटल में लगे सीसीटीवी में दोनों हत्या के आरोपी कैद हुए हैं। होटल मैनेजर के मुताबिक, रात में कमरा बुक कराने के बाद दोनों आरोपी रात को होटल से बाहर निकले और करीब आधा घंटे बाद वापस आ गए थे।
इसके बाद वारदात की सुबह करीब 10 बजे होटल से दोनों आरोपी अशफाक हुसैन और पठान मोहनुद्दीन होटल से भगवा कुर्ते पहनकर बाहर निकले, हत्यारों के बाहर निकलने की तस्वीरें भी होटल के सीसीटीवी कैमरे में कैद हुईं। होटल खालसा-इन से हत्यारे कमलेश तिवारी के दफ्तर पहुंचे और वारदात को अंजाम देने के बाद वापस होटल आते हैं और 15 मिनट होटल में रुकने के बाद फरार हो जाते हैं।
होटल से खून से सना कुर्ता और आईडी बरामद : कमलेश तिवारी की हत्या के बाद हड़कंप मचने के बाद होटल खालसा-इन के मालिक ने पुलिस को इसकी सूचना दी, पुलिस ने होटल से खून लगा हुआ कुर्ता, हत्यारों की आईडी, तौलिया और बैग जब्त किए हैं। होटल स्टॉफ के मुताबिक, अशफाक हुसैन और पठान मोहनुद्दीन बिना होटल का बिल चुकाए वहां से फरार हो गए। बताया जा रहा है कि दोनों आरोपी 17 अक्टूबर की रात ट्रेन से लखनऊ पहुंचे थे और चारबाग स्टेशन से केसरबाग स्थित होटल खालसा-इन पहुंचे थे। पुलिस ने होटल के कमरे को सील कर होटल का रजिस्टर जब्त कर लिया है।
दिल्ली में मिली लोकेशन : हत्यारों की तलाश में जुटी उत्तर प्रदेश पुलिस को आरोपियों के बारे में काफी अहम सुराग मिले हैं। पुलिस से जुड़े सूत्र बताते हैं कि पुलिस को हत्यारों की लोकेशन दिल्ली में मिली है, जिसके बाद पुलिस की जांच इस दिशा में केंद्रित हो गई है।