मुंबई। विपक्षी कांग्रेस ने बुधवार को जेएनयू के छात्र नेता कन्हैया कुमार को यहां महाराष्ट्र विधानसभा की दर्शक दीर्घा में प्रवेश की इजाजत न दिए जाने का मामला उठाते हुए कहा कि वह आतंकवादी नहीं है और लोकतंत्र में सबको सदन की कार्यवाही देखने का हक है।
सूचना के प्रश्न के नाते इस मामले को उठाते हुए कांग्रेस विधायक नदीन खान ने कहा कि कुमार को वैध प्रवेश पत्र होने के बावजूद सदन में प्रवेश की इजाजत न देने का कोई ठोस कारण नहीं है।
पूर्व मंत्री खान ने सवाल किया कि क्या कन्हैया कुमार एक आतंकवादी है कि उसे इजाजत नहीं दी गई? अध्यक्ष हरिभाऊ बागड़े ने खान को बताया कि वे मंगलवार की घटना का विवरण मांगेंगे।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने घटना को शर्मनाक करार देते कहा कि वह आतंकवादी नहीं है। एक लोकतांत्रिक प्रणाली में कोई भी आकर कानून निर्माता निकायों की कार्यवाही देख सकता है। इस बात की जांच होनी चाहिए कि उसे रोकने का आदेश किसने दिया?
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ के नेता कन्हैया कुमार शेतकरी कामगार पक्ष के वार्षिक समारोह में भाग लेने के लिए मंगलवार को शहर में थे।
कुमार ने बताया कि उनके पास अधिकारियों द्वारा जारी दर्शक दीर्घा का वैध प्रवेश पत्र था, लेकिन विधानसभा के सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें भीतर प्रवेश नहीं करने दिया। बाद में वे रायगढ़ जिले के लिए रवाना हो गए।
कुमार ने कहा था कि मुझे रोका गया और जब मैंने कारण जानना चाहा तो उनके पास कोई जवाब नहीं था। मैं लोकतांत्रिक प्रक्रिया देखना चाहता था और मेरे पास तमाम जरूरी अनुमति और प्रवेश पत्र था, फिर भी मुझे रोका गया। (भाषा)