कानपुर। देश व विदेश में योग्यता का लोहा मनवाने वाला कानपुर आईआईटी संस्थान अब और बेहतर शिक्षा देने के लिए अग्रसर हो रहा है। इसके लिए संस्थान को बकायदा सौ करोड़ रुपए भी मिलने वाले हैं, जिसके तहत शोध के क्षेत्र में तीन नई बिल्डिंगों का निर्माण होगा। साथ ही शोध से बनने वाले प्रोडक्ट की ब्रांडिंग कर आर्थिक लाभ भी अर्जित किया जाएगा।
निदेशक प्रो. इन्द्रनील मन्ना ने बातचीत में बताया कि एयर स्पेश और रिसर्च सेंटर हब बनाने के लिए कई सालों से कवायद चल रही थी, जिसको मंत्रालय ने अब मंजूरी दे दी है। यही नहीं फंड के लिए आने वाली दिक्कतों का भी संस्थान को सामना नहीं करना पड़ेगा। बताया कि इसके लिए हायर एजुकेशन फाइनेंसिंग एजेंसी सौ करोड़ रुपए देने को तैयार हो गई है, जिसका ब्याज एमएसआरडी देगा।
इसके तहत तीन बिल्डिंग बनेंगी, जिसमें एक एयर स्पेश की होगी। इस पर एयर से संबंधित पार्ट बनेगें। दूसरी बिल्डिंग रिसर्च पार्क की होगी, जिसमें सिडबी की भागीदरी होगी। एक अर्थ साइंस की बिल्डिंग बनेगी। इन सभी में एयर के क्षेत्र में छात्र शोध करेंगे और आईआईटी को एयर स्पेश और रिसर्च सेंटर का हब बनाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इसके लिए आईआईटी के कुछ एक्टों में बदलाव भी किया गया है, जिसके बाद अब एयर स्पेश और रिसर्च सेंटर हब बनाने का रास्ता साफ हो गया है। निदेशक ने बताया कि आईआईटी एयर स्पेश से संबंधित एक लैब तैयार करेगा, जिसमें शोध छात्र अनेक प्रकार के नए पार्ट्स बनाएंगे, जिसकी ब्रांडिंग की जाएगी और ब्रांड से आने वाली आमदनी का लाभ सीधे आईआईटी को मिलेगा। इन ब्रांडों से देश के साथ विदेश के लोगों को भी जोड़ा जाएगा, ताकि फंडिंग कराकर इसका लाभ लिया जा सके। जानकारी देने के दौरान चेयरमैन आरसी भार्गव, प्रो. केके तिवारी भी मौजूद रहे।