श्रीनगर। आतंकवादियों द्वारा कश्मीर में लगातार बैंक लूटे जा रहे हैं। जम्मू-कश्मीर सरकार ने अब इस दिशा में कदम उठाते हुए जेके बैंक से दक्षिण कश्मीर की 40 शाखाओं में ट्रांजेक्शन फिलहाल बंद करने को कहा है। सरकार ने शोपियां और पुलवामा में जेके बैंक की 40 शाखाओं को संवदेनशील घोषित करते हुए इनमें पैसे के लेन-देन पर रोक लगाने के निर्देश जारी किए हैं।
जेके बैंक के अधिकारी के अनुसार फिलहाल इन शाखाओं को न तो शिफ्ट किया जा रहा है और न ही बंद किया जा रहा है, पर कुछ समय के लिए उपभोक्ता अपने खातों में न तो पैसा जमा करवा सकते हैं और न ही निकाल सकते हैं। ऐसा सुरक्षा कारणों से किया गया है। अधिकारी ने इस बात से साफ इंकार कर दिया कि बैंक के कुछ एटीएम सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किए जा रहे हैं।
कश्मीर में बंदूक के दम पर बैंक डकैती 1990 की शुरुआत में अलगाववादी संघर्ष के दौरान ही शुरू हो गई थी, लेकिन हाल के दिनों में इसमें अभूतपूर्व तेजी आई है। यही वजह कि सेना और पुलिस ने गुरुवार को घाटी के शोपियां जिले के 20 गांवों में छापेमारी कर बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया है।
राज्य में पहली बैंक डकैती 1990 के मध्य में श्रीनगर के पुराने शहर के महाराजगंज क्षेत्र में हुई, जहां जम्मू-कश्मीर बैंक की शाखा से 40,000 रुपए लूटे गए थे, वहीं दिनदहाड़े डकैती की दूसरी घटना 1990 के मध्य में ही अनंतनाग शहर में हुई, जहां जम्मू-कश्मीर बैंक की शाखा से ही 1 करोड़ रुपए की लूट की गई।
एक सरकारी बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 1990 में असुरक्षाभरे माहौल के कारण घाटी के दुर्गम और दूरदराज के इलाकों के बैंकों की सभी शाखाएं बंद कर दी गई थीं लेकिन जब धीरे-धीरे स्थिति सुधरी तो ये शाखाएं वापस खोली गईं। (भाषा)