श्रीनगर। हिंसाग्रस्त कश्मीर घाटी में भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) की सेल्युलर सेवा सहित सभी कंपनियों की ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा बुधवार को लगातार छठे दिन बंद रखा गया है जिससे मीडियाकर्मियों, डॉक्टरों और छात्रों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
घाटी में पिछले 48 घंटों के दौरान प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाबलों की ओर से की गई कार्रवाई में छह लोगों की मौत हो जाने के बाद बिगड़े हालात को देखते हुए कर्फ्यू जारी है। सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन के एक शीर्ष कमांडर बुरहान वानी और दो अन्य आतंकवादियों के मारे जाने के बाद नौ जुलाई से ही कश्मीर घाटी में बीएसएनएल सहित सभी मोबाइल कंपनियों की मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को बंद रखा गया है। इसके साथ ही निजी ब्रॉडबैंड सेवा प्रदाता कंपनी सीएनएस सहित बीएसएनएल के ब्रॉडबैंड सेवाओं को भी 13 अगस्त से बंद रखा गया है।
कश्मीर विश्वविद्यालय की एक छात्रा हफ्सा भट ने कहा कि इंटरनेट के काम नहीं करने से कश्मीर विश्वविद्यालय की वेबसाइट से अपना असाइनमेंट्स डाउनलोड नहीं कर पा रही हूं। मैं इसे कैसे समय पर पूरा कर सकती हूं। जैसे ही स्थितियों में सुधार होगा वैसे ही मुझसे इस महीने होने वाली पहली सेमेस्टर की परीक्षा में शामिल होने के लिए कहा जाएगा।
एक अमेरिकी कंपनी में काम करने वाले चिकित्सा सलाहकार बिलाल मुघलू ने कहा कि पिछले छह दिनों से काम नहीं कर पा रहा हूं और मुझे डर है कि कहीं वो मेरा अनुबंध न खत्म कर दें। इसी प्रकार देश के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले सैकड़ों कश्मीरी और व्यापारी इंटरनेट की कमी के कारण अपने परिवार वालों से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं। (वार्ता)