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कुमारस्वामी नीत कांग्रेस-जद (एस) सरकार ने विश्वासमत जीता

हमें फॉलो करें कुमारस्वामी नीत कांग्रेस-जद (एस) सरकार ने विश्वासमत जीता
, शुक्रवार, 25 मई 2018 (17:37 IST)
बेंगलुरु। कर्नाटक में एचडी कुमारस्वामी की अगवाई वाले कांग्रेस-जनता दल (सेक्युलर) सरकार ने शुक्रवार को विधानसभा में भाजपा सदस्यों की गैर-मौजूदगी के बावजूद विश्वासमत हासिल कर लिया।
 
कुमारस्वामी के पक्ष में विश्वासमत ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। इससे पहले भाजपा सदस्यों ने मुख्यमंत्री द्वारा विपक्ष के नेता पर टिप्पणी के बाद सदन से बहिर्गमन कर दिया। विपक्षी सदस्यों ने कहा कि अगर सरकार किसानों के करीब 53 हजार करोड़ का कर्ज माफ नहीं करती है तो 28 मई को प्रदेशव्यापी बंद किया जाएगा। 
 
कुमारस्वामी ने अपने प्रारंभिक उद्बोधन में जोर दिया कि गठबंधन सरकार अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी। उन्होंने कहा कि उनका कोई निजी एजेंडा नहीं है और उन्होंने राज्य के कल्याण एवं विकास के लिए सत्ता संभाली है।
 
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा किसी भी तरह सत्ता में आने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त का प्रयास कर रही है। उन्होंने भाजपा के ही लोकतंत्र का रक्षक होने संबंधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को लेकर उन पर आरोप लगाया कि वह (प्रधानमंत्री) चाहते हैं कि लोग यह सुनिश्चित करें कि केंद्र और राज्य में समान पार्टी की सरकारें हो।
 
उन्होंने किसानों की कर्जमाफी को लेकर अपनी सरकार की प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि गठबंधन सरकार में सहयोगी कांग्रेस के साथ विचार-विमर्श के बाद इस दिशा में हर संभव प्रयास किया जाएगा। उन्होंने हालांकि कर्ज माफी के लिए कोई समय-सीमा नहीं बताई। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार समाज के विभिन्न वर्गों की समस्याओं को सुलझाने के लिए पूरा प्रयास करेगी और लोगों को आंदोलन का रास्ता अख्तियार करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। 
 
दूसरी तरफ विपक्ष के नेता बीएस येद्दियुरप्पा का कहना है कि कर्ज माफी के संबंध में राज्य सरकार 28 मई से पूर्व घोषणा करें अन्यथा राज्यव्यापी आंदोलन शुरू किया जाएगा। 
 
रमेश विधानसभा अध्यक्ष निर्वाचित : कांग्रेस सांसद एवं पूर्व मंत्री केएस रमेश कुमार कर्नाटक विधानसभा के निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित हुए। उपमुख्यमंत्री जी. परमेश्वर ने रमेश कुमार के नाम का प्रस्ताव पेश किया और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैय ने प्रस्ताव का समर्थन किया। इससे पहले भाजपा की ओर से अध्यक्ष पद के लिए नामांकन करने वाले सुरेश कुमार का नाम वापस ले लिया। छह बार विधायक रह चुके रमेश कुमार 1994 से 1999 के दौरान भी विधानसभा अध्यक्ष रह चुके हैं।
 
डॉ. परमेश्वर ने भाजपा को अपना उम्मीदवार वापस लिए जाने पर धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि मैंने गुरुवार को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीएस येद्दियुरप्पा से मुलाकात की थी। अपनी अपील स्वीकार करने के लिए मैं भाजपा के सभी नेताओं को धन्यवाद देता हूं। (एजेंसियां) 

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