भोपाल। लू की लपटों से झुलस रहे मध्यप्रदेश के बाशिंदों को मानसून की पहली फुहार का आनंद लेने में अभी थोड़ा समय लग सकता है।
प्रदेश में 18 से 20 जून के बीच मानसून की आमद संभावित है। हालांकि उसके पहले अभी एक बार और लोगों को गर्मी के प्रकोप का सामना करना पड़ सकता है।
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र, भोपाल के निदेशक डॉ. अनुपम काश्यपी ने शुक्रवार को बताया कि इस बार केरल में भी मानसून के एक सप्ताह विलंब से पहुंचने की आशंका है। उसी श्रृंखला में मध्यप्रदेश में भी मानसून के आगमन में कुछ देर हो सकती है। प्रदेश में 18 से 20 जून के बीच मानसून की बारिश शुरू होने का अनुमान है।
हालांकि उन्होंने बताया कि इसके पहले एक बार और प्रदेशवासियों को लू से रू-ब-रू होना पड़ सकता है। 7 जून के बाद तापमान में गिरावट आने लगेगी और मानसून पूर्व की गतिविधियां शुरू हो जाएंगी।
विभाग के मौसम विज्ञानी योगेश श्रीवास्तव ने बताया कि पिछले साल मानसून ने 14 जून को प्रदेश में दस्तक दी थी, लेकिन झीलों की नगरी भोपाल में 22 जून को मानसून की पहली झमाझम बारिश हुई थी। (वार्ता)