पालघर (महाराष्ट्र)। महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग ने पालघर जिले के एक गांव में 8 लोगों द्वारा 16 वर्षीय लड़की के कथित सामूहिक दुष्कर्म मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए पुलिस को दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। यह घटना शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात हुई। आरोपियों में लड़की का एक मित्र भी शामिल हैं।
आयोग की अध्यक्ष रुपाली चकनकर ने यह जानकारी दी। एक पुलिस अधिकारी ने पहले बताया था कि यह घटना शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात हुई। आरोपियों में लड़की का एक मित्र भी शामिल हैं। उन्होंने गांव में एक खाली बंगले में लड़की से कथित तौर पर दुष्कर्म किया और फिर उसे समुद्र तट पर ले गए, जहां उन्होंने फिर से उससे दुष्कर्म किया।
उन्होंने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने रविवार सुबह आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (डी) (सामूहिक दुष्कर्म), 366 (ए), 341, 342 और 323 तथा बाल यौन अपराध संरक्षण (पोक्सो) कानून की धाराओं के तहत एक मामला दर्ज किया है।
चकनकर ने एक वीडियो संदेश में कहा कि आयोग को सोशल मीडिया के जरिए घटना के बारे में पता चला और उसने इस पर स्वत: संज्ञान लिया है। उन्होंने बताया कि आयोग ने पालघर जिले के पुलिस अधीक्षक को गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवई करने का निर्देश दिया है।
चकनकर ने कहा कि उन्होंने पुलिस प्रमुख से बात की है और घटना की विस्तारपूर्वक जानकारियां हासिल की हैं। उन्होंने बताया कि दोषियों को सजा दी जाएगी और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि आयोग हमेशा यह सुनिश्चित करने का प्रयास करता है कि ऐसी घटनाएं फिर से न हों।
उन्होंने कहा कि आयोग दामिनी दस्ते (पुलिस की महिला विशिष्ट शाखा) के जरिए स्कूलों तथा कॉलेजों में लड़कियों की काउंसिलिंग करता है और उन्हें सोशल मीडिया के इस्तेमाल के फायदे और नुकसान की जानकारी देता है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर किसी व्यक्ति से दोस्ती करते वक्त उसकी पहचान की पुष्टि करनी चाहिए।
पालघर पुलिस ने रविवार को कहा कि जब शनिवार को लड़की घर नहीं लौटी तो उसके माता-पिता ने उसकी तलाश की। जब उन्होंने लड़की को फोन किया तो वह रोती रही। बाद में वे पुलिस के पास गए और पुलिस ने लड़की का पता लगाया। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों को 22 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।Edited By : Chetan Gour (भाषा)