Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

आस्था या अंधविश्वास, महुआ के पेड़ छूने से दूर हो रही हैं बीमारियां

हमें फॉलो करें आस्था या अंधविश्वास, महुआ के पेड़ छूने से दूर हो रही हैं बीमारियां

कीर्ति राजेश चौरसिया

, रविवार, 10 नवंबर 2019 (17:13 IST)
होशंगाबाद। जिले के बनखेड़ी क्षेत्र के जंगल में अंधविश्वास ने जंगल का कानून तोड़ दिया और प्रतिबंधित जंगल क्षेत्र में लाखों लोग अनधिकृत रूप से प्रवेश कर रहे हैं।

इससे जंगल को तो भारी नुकसान पहुंच ही रहा है, साथ ही लोगों की जिंदगी भी खतरे में बनी हुई हैं। इतनी बड़ी तादाद में लोगों के प्रवेश से जंगल में ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई है। सोशल मीडिया पर खबर फैल गई कि एक महुए के पेड़ को छूने से बीमारियां दूर हो रही हैं।
 
कुछ शरारती लोगों का कहना है कि जंगल में लगे महुआ के पेड़ को छूने से सभी प्रकार की शारीरिक परेशानियां समाप्त हो जाती हैं।  यह अफवाह सोशल मीडिया पर इतनी तेजी से फैल रही है कि प्रतिदिन यहां लाखों लोग पहुंच रहे हैं। इन्हें कंट्रोल करने में पुलिस को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
webdunia
होशंगाबाद के बनखेड़ी क्षेत्र के प्रतिबंधित वन क्षेत्र में एक ऐसा पेड़ है जिसे छूने से कई बीमारियों से मुक्ति मिलती है। इस अफवाह  से लोगों के पहुंचने का सिलसिला बढ़ता जा रहा है। यहां अंधविश्वास का मेला लगा हुआ है। रविवार पेड़ छूने को लेकर जंगल में एक लाख से भी अधिक लोग पहुच गए। 
 
आईजी, डीआईजी के साथ तमाम पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे तो वे भी लोगों की भीड़ को देखकर हैरान रह गए और उन्हें कंट्रोल करने में पुलिस का पसीना छूट गया। लोगों में अंधविश्वास इतना बढ़ गया कि प्रतिबंधित जंगल क्षेत्र में भी लाखों की संख्या में लोग पहुंचने लगे और अंधविश्वास के सामने प्रशासन बौना नजर आने लगा।
webdunia
जो लोग वहां जाकर लौट आए हैं, उनका कहना है कि शारीरिक परेशानियां तो कुछ कम नहीं हुई बल्कि मोबाइल के साथ पर्स व अन्य क़ीमती सामान जरूर चोरी हो गया। चोरी की शिकायत पुलिस भी नहीं लिख रही है। इस अफवाह का फायदा कुछ स्थानीय लोग और जेबकतरे चोर उठा रहे हैं। अगर प्रशासन को कोई बड़ा कदम नहीं उठाया तो कोई बड़ा हादसा होने की आशंका है, क्योंकि लोगों की भीड़ दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

मातोश्री के बाहर लगे पोस्टर, क्या उद्धव होंगे महाराष्‍ट्र के सीएम