Dharma Sangrah

Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

'भारत की ज्ञान परंपरा' पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संविमर्श शुरू

Advertiesment
हमें फॉलो करें Makhanlal Chaturvedi National University
* माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल का आयोजन
 
- डॉ. सौरभ मालवीय
 
पटना। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल की ओर से 'भारत की ज्ञान परंपरा' विषय पर 5-6 दिसंबर को दो दिवसीय राष्ट्रीय संविमर्श का आयोजन किया जा रहा है।

विश्वविद्यालय के रजत जयंती वर्ष के तारतम्य में आयोजित इस संविमर्श में विभिन्न विषयों पर चिंतन-मंथन के लिए फ्रांस और नेपाल सहित देशभर से विद्वान आ रहे हैं। संविमर्श का उद्घाटन सोमवार को सुबह 10:30 बजे ए.एन. सिन्हा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल स्ट्डीज, पटना के सभागार में हुआ। उद्घाटन के मुख्य अतिथि सामाजिक कार्यकर्ता दत्तात्रेय होसबोले और अध्यक्ष कुलपति प्रो. बृज किशोर कुठियाला थे। 
 
कार्यक्रम के संयोजक डॉ. सौरभ मालवीय ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा भारतीय ज्ञान परंपरा पर महत्वपूर्ण शोध एवं प्रकाशन निरंतर किया जा रहा है। इस श्रृंखला में ‘संचार : अवधारणा व प्रक्रिया’ के अंतर्गत भरतमुनि, महर्षि पाणिनि, महर्षि पतंजलि, स्वामी विवेकानंद, महर्षि अरविन्द और महात्मा गांधी पर महत्वपूर्ण पुस्तकें प्रकाशित हुई हैं। इसके पूर्व में विश्वविद्यालय की ओर से भारतीय ज्ञान परम्परा को ध्यान में रखकर महत्वपूर्ण संगोष्ठी, संविमर्श और व्याख्यान आयोजित किए जाते रहे हैं। इस वर्ष विश्वविद्यालय अपने 25 वर्ष पूर्ण कर रहा है। इस उपलक्ष्य में विश्वविद्यालय देश के प्रमुख स्थानों पर बौद्धिक आयोजन कर रहा है। इसी श्रृंखला में पटना में 'भारत की ज्ञान परंपरा' विषय पर राष्ट्रीय संविमर्श हो रहा है।
 
इन विषयों पर होगा मंथन : प्राचीन भारत में संवाद परंपरा, अर्थशास्त्र और समाजशास्त्र की भारतीय परंपरा, प्राचीन भारत में ज्ञान का आध्यात्मिक आधार, वैदिक गणित, प्राचीन भारत में जीव विज्ञान एवं आयुर्वेद, भारतीय मेगालिथ रचनाओं की वैज्ञानिकता, अनुसन्धान की भारतीय दृष्टि एवं शिक्षा पद्धति तथा भारत में विज्ञान परंपरा विषयों पर व्याख्यान एवं विमर्श होना है।
 
यह विद्वान होंगे शामिल : भारतीय शिक्षण मंडल के सह संगठन मंत्री मुकुल कानिटकर, फ्रांस के मनोविज्ञानी डॉ. सर्जे ली गुरियक, नेपाल के संचार विशेषज्ञ डॉ. निर्मल मणि अधिकारी, बीकानेर के स्वामी सुबोधगिरि, भोपाल से शिक्षाविद डॉ. कुसुमलता केडिया, वरिष्ठ साहित्यकार प्रो. रामेश्वर पंकज मिश्र, वैद्य चंद्रशेखर, वैदिक गणित के विद्वान रोहतक से राकेश भाटिया, नागपुर से विज्ञान विशेषज्ञ पीपी होले, डॉ. श्रीरामजी ज्योतिषी और डॉ. सीएस वर्नेकर और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. संजय पासवान सहित अन्य प्रमुख विद्वानों के व्याख्यान होंगे।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

'नरेंद्र मोदी हिन्दू विरोधी हैं'