मुंबई। पूर्व बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी ने मादक पदार्थ संबंधी आरोपों को नकारते हुए खुद के निर्दोष होने का दावा किया और कहा कि वह तो योगिनी हैं। ममता दो हजार करोड़ रुपए मूल्य का एफेड्रिन मादक पदार्थ बरामद होने के मामले में आरोपी हैं और ठाणे पुलिस मामले की जांच कर रही है।
ममता ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और विदेश राज्यमंत्री किरेन रिजिजू को लिखे पत्र में कहा, 'मैं इस मामले में निर्दोष हूं। मैं भारतीय मूल्यों के सिद्धांतों के प्रतिकूल किसी कृत्य में कभी संलिप्त नहीं रही। मैं अमेरिका के आर्थिक मामलों के मंत्रालय के अधिकारियों और ठाणे पुलिस के अनैतिक षडयंत्र और अत्याचारों से पीड़ित हूं।'
अपने वीडियो संदेश में ममता ने दावा किया है कि पिछले 20 वर्षों में वह केवल आध्यात्मिकता से जुड़ी रही हैं। उन्होंने कहा कि जब वह बड़ी हो रही थीं तब भी उन्हें कई आध्यात्मिक अनुभव हुए। दरअसल अब मेरा जीवन पाक साफ है। मेरे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है।
अपने वीडियो संदेश में ममता ने दावा किया है कि पिछले 20 वर्षों में वह केवल आध्यात्मिकता से जुड़ी रही हैं। उन्होंने कहा कि जब वह बड़ी हो रही थीं तब भी उन्हें कई आध्यात्मिक अनुभव हुए। दरअसल अब मेरा जीवन पाक साफ है। मेरे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है।
ममता इन दिनों केन्या के मोम्बासा में रह रही है। ममता की कानूनी टीम शुक्रवार को मुंबई पहुंची। इस टीम में मनी जीरो मैच्युरिटी लीगल के वरिष्ठ साझेदार परजेज मेनन, ममता के वकील डेनियल अर्शक (न्यू यॉर्क) और क्लिफ ओम्बेटा (केन्या) तथा मामले में एक और आरोपी जय मुखी के वकील सुदीप पासबोला शामिल हैं। इस मौके पर राज्यसभा सदस्य और मानवाधिकार एवं संविधान कानून विशेषज्ञ मजीद मेमन भी मौजूद थे।
टीम का कहना है कि अमेरिका के आर्थिक मामलों के मंत्रालय के इशारे, निर्देश और दबाव में ठाणे की पुलिस बिना किसी साक्ष्य के ही उनके मुवक्किल को फंसाने का काम कर रही है। दूसरी तरफ जय मुखी ने भी अपना अपराध स्वीकार करने से इनकार किया है। (वार्ता)