गुरग्राम। दिल्ली में एक पब में तरल नाइट्रोजन मिला कॉकटेल पीने के बाद एक व्यवसायी के पेट में सुराख हो गया और यह किसी किताब की तरह खुल गया। हालांकि जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे व्यक्ति को चिकित्सकों के अथक परिश्रम से जीवनदान मिल गया।
व्यक्ति का उपचार कर रहे चिकित्सकों के अनुसार यह व्यक्ति अपने दोस्तों के साथ पार्टी कर रहा था। उसने कॉकटेल से उठने वाले धुएं के बंद होने का इंतजार नहीं किया और पेय पदार्थ को उसी तरह पी गया।
इसके बाद व्यक्ति की हालत खराब हाने लगी और उसे तत्काल कोलंबिया एशिया अस्पताल ले जाया गया , जहां परीक्षण में उसके पेट में सुराख होने का पता चला।
पीड़ित का उपचार करने वाले डॉक्टर अमित डी गोस्वामी ने बताया कि उपचार के दौरान मरीज की हालत इतनी नाजुक थी कि उसका पेट किसी खुली किताब की तरह दिखाई दे रहा था।
उन्होंने कहा कि मरीज की सर्जरी के दौरान उसके पेट का बीच का और निचला हिस्सा किसी खुली किताब की तरह लग रहा था और बहुत सारा खाना तथा गंदा द्रव्य उदर गुहा में भर गया था। चिकित्सकों ने पेट के निचले हिस्से को निकालकर शेष हिस्से को कृत्रिम रूप से छोटी आंत से जोड़ दिया। मरीज को तीन दिन तक वेंटिलेटर पर रखा गया और बाद में उसे छुट्टी दे दी गई। चिकित्सक ने बताया कि अब मरीज की हालत काफी बेहतर है।
इस बीच, पुलिस ने कहा है कि वह 13 फरवरी की इस घटना को बेहद गंभीरता से ले रही है और पीड़ित की ओर से पब के खिलाफ शिकायत दर्ज कराए जाने का इंतजार कर रही है।
गुरग्राम पुलिस के एसीपी-पीआरओ मनीष सहगल ने कहा, 'हम पब की पहचान करने और अस्पताल प्रशासन से मरीज का विवरण प्राप्त करने का प्रयास कर रहे हैं।' उन्होंने कहा, 'अगर पब के स्टाफ ने तरल नाइट्रोजन में सोडा मिला हुआ कॉकटेल ऑफर किया है तो वास्तव में यह बेहद गंभीर मामला है।' तरल नाइट्रोजन का इस्तेमाल ग्लास को तत्काल ठंडा करने या पेय पदार्थ में झाग उठाने के लिए किया जाता है। (भाषा)