पणजी। गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने लोगों से वर्ष 2020 तक राज्य को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए सरकार के साथ मिलकर काम करने की आज अपील की।
पर्रिकर ने कहा कि राज्य को 2020 तक पूरी तरह प्लास्टिक मुक्त बनाने की सरकार की पहल में संयुक्त रूप से सहयोग देने की जरुरत है।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राज्य के स्तर पर मुख्य समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, 'चलिए आज गोवा को प्लास्टिक मुक्त राज्य बनाने का संकल्प लें। राज्य सरकार ने पहले ही मोटाई में 50 माइक्रोन से नीचे की थैलियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। प्रतिबंध को जल्द ही लागू किया जाएगा।'
उन्होंने कहा, 'अगर हम सभी फैसला लें कि प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करेंगे या 50 माइक्रोन से नीचे की प्लास्टिक की थैलियों का इस्तेमाल नहीं करेंगे तो फिर हम प्लास्टिक मुक्त राज्य बनाने का काम कर सकते हैं।'
पर्रिकर ने कहा कि अब भी कई लोग हैं जिनकी आदत प्लास्टिक के थैलों में अपना कचरा भरने और उसे सड़क किनारे फेंकने की है और इस आदत को बदलने की जरुरत है।
मुख्यमंत्री ने देश और गोवा में प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने की जरुरत पर जोर दिया और उन्होंने कहा कि समाज को इसकी कोशिशों में शामिल होना चाहिए।
उन्होंने कहा, 'पिछले 70 वर्षों में जिन मामलों पर ध्यान नहीं दिया गया उनमें प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता में कमी भी है। यह दुखद है कि पांचवीं कक्षा के छात्र सही से गुणा-भाग नहीं कर सकते।'
पर्रिकर ने कहा कि इस स्थिति में, अगर हम देश को आगे ले जाना चाहते हैं तो हमें प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता पर काम करने में सक्षम होना चाहिए। (भाषा)