Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

मराठा समुदाय ने पुणे में निकाला 'मौन जुलूस'

हमें फॉलो करें मराठा समुदाय ने पुणे में निकाला 'मौन जुलूस'
, रविवार, 25 सितम्बर 2016 (22:41 IST)
पुणे। महाराष्ट्र के विभिन्न जिलों में विरोध प्रदर्शन करने के बाद मराठा समुदाय के लोगों ने अपनी मांगों के साथ आज यहां मौन जुलूस निकाला। ‘मराठा क्रांति मुक मोर्चा’ के बैनर तले इस मौन जुलूस में मराठा समुदाय से महिलाओं, पुरुषों, विद्यार्थियों, पेशेवरों, वकीलों और डॉक्टरों सहित लाखों की संख्या में लोगों ने भाग लिया।
 
 
यह  प्रदर्शन तीन घंटों तक चला और प्रदर्शनकारियों ने डेक्कन जिमखाना से काउंसिल हॉल तक मार्च निकाला जहां छह लड़कियों ने पुणे जिला कलेक्टर सौरभ राव को अपनी मांगों का एक ज्ञापन सौंपा।
 
यह समुदाय कोपर्डी बलात्कार और हत्या मामले में दोषियों को सजा, शिक्षा और सरकारी नौकरियों में कोटा, एससी, एसटी (अत्याचार निरोधक कानून) में बदलाव, किसानों की कर्ज माफी और कृषि उत्पादों के लिए दर की गारंटी सहित अपनी मांगों को लेकर विभिन्न जिलों में जुलूस निकालता रहा है।
 
ज्ञापन में कहा गया है, कोपर्डी में एक लड़की के साथ बलात्कार और उसकी नृशंस हत्या के बाद से इस समुदाय में आक्रोश है और राज्यभर में इन मौन जुलूसों के साथ सरकार को इस समुदाय की मांगों को संज्ञान में लेना होगा। 
 
यद्यपि आयोजकों का दावा है कि आज के जुलूस में रिकॉर्ड 30 लाख लोग शामिल हुए, पुलिस का कहना है कि आठ से दस लाख लोग जिसमें ज्यादातर ग्रामीण इलाकों से थे, इस जुलूस में शामिल हुए।

सरकार मुद्दों का समाधान करने को प्रतिबद्ध : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई में कहा कि उनकी सरकार मराठा समुदाय द्वारा उठाए जाने वाले मुद्दों का समाधान करने के लिए प्रतिबद्ध है जो कि आरक्षण और कोपार्डी बलात्कार एवं हत्या मामले के दोषियों को सजा की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।
 
फडणवीस ने कहा, ‘हमारी सरकार मुद्दे का समाधान करने के लिए प्रतिबद्ध है। मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि सभी की मदद से एक सौहार्दपूर्ण हल निकाला जाएगा।’ उन्होंने यह बात मथाड़ी नेता दिवंगत अन्नासाहेब पाटिल की 83वीं जयंती के मौके पर नवी मुम्बई के तुर्भे में मथाड़ी श्रमिकों को संबोधित करते हुए कही।
 
उन्होंने कहा कि सरकार का विचार है कि मराठा समुदाय को आरक्षण मिलना चाहिए। इसलिए अदालत से रोक होने पर भी हमारी सरकार ने (इस संबंध में) एक कानून पारित किया। जब यह मामला अदालत में विचाराधीन है, अदालत में साक्ष्य रखे जा रहे हैं।
 
उन्होंने कहा हमने मौन जुलूसों पर गंभीरता से गौर किया है। सभी को साथ आना चाहिए और इस मुद्दे को सुलझाने में मदद करनी चाहिए। सभी को चर्चा करनी चाहिए ताकि प्रभावी कदम उठाए जा सकें। कोपार्डी कथित बलात्कार एवं हत्या मामले पर फडणवीस ने कहा कि उज्ज्वल निकम को मामले में वरिष्ठ लोक अभियोजक नियुक्त किया गया है। उन्होंने भरोसा जताया कि पीड़िता के परिवार को न्याय मिलेगा। (भाषा) 
 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

कोचिंग संस्थान की निदेशक से मांगी 1 करोड़ रुपए की फिरौती