जम्मू। इस वर्ष 62.71 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने माता वैष्णो देवी के दर्शन किए। इनमें से 3,64,643 श्रद्धालुओं ने नवरात्र में देवी के दर्शन किए। यह आंकड़ा पिछले कुछ वर्षों में सर्वाधिक है, अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि 5 अगस्त को जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने के बाद से 15 लाख से अधिक श्रद्धालु वैष्णो देवी के दर्शन कर चुके हैं। वैष्णो देवी तीर्थ स्थल जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में त्रिकुटा पहाड़ी पर स्थित है।
अनुच्छेद 370 के प्रावधान हटाने के बाद जम्मू संभाग में लगी पाबंदियों में एक सप्ताह के भीतर ढील दे दी गई थी लेकिन कश्मीर में अब भी जनजीवन सामान्य नहीं हो सका है। माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की स्थापना 1986 में की गई थी, तब से श्रद्धालुओं की संख्या में भारी वृद्धि हुई है।
सन 2012 में यह संख्या 1 करोड़ तक पहुंच गई थी। अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष जनवरी में श्रद्धालुओं की संख्या 5 लाख से अधिक पहुंच गई थी, जो फरवरी में गिरकर 2.69 लाख रह गई थी।
पुलवामा हमले और उसके बाद के घटनाक्रम के कारण मार्च में केवल 4.62 लाख श्रद्धालुओं ने ही तीर्थ के दर्शन किए। सोमवार को जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने गृह विभाग द्वारा जारी परामर्श 10 अक्टूबर से वापस लेने का निर्देश दिया है। वैष्णो देवी गुफा के प्रवेश स्थान पर हाल ही में स्वर्ण द्वार बनाया गया है, जिस पर देवी दुर्गा की 9 छवियां अंकित हैं।
इसके अलावा हाल ही में शुरू की गई 'वन्दे भारत ट्रेन' भी इस वर्ष नवरात्र के आकर्षण का केंद्र रही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली से कटरा तक चलने वाली वन्दे भारत ट्रेन को श्रद्धालुओं के लिए नवरात्र का तोहफा बताया। गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाते हुए जम्मू कश्मीर के विकास के लिए बड़ा उपहार कहा था।