लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने बुधवार को राजस्थान और छत्तीसगढ़ की सरकारी अनुदान प्राप्त गौशालाओं में गायों की मौत के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को घेरा।
मायावती ने यहां जारी एक बयान में कहा कि भाजपा सरकार के गुड गवर्नेंस (सुशासन) में इंसानी जान की कोई कीमत नहीं रह गई है। लेकिन जिस प्रकार भारी भ्रष्टाचार के कारण गायों को भूख-प्यास के कारण तड़प-तड़पकर मरने को छोड़ दिया जा रहा है, संघ और अन्य लोग सरकार से उसका हिसाब क्यों नहीं मांग रहे? उन्होंने कहा कि पहले राजस्थान में और अब दूसरे भाजपा शासित राज्य छत्तीसगढ़ से सरकारी मदद वाली गौशालाओं में गायों की मौत की खबर आई है।
बसपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि संघ और भाजपा के अतिचारी लोग गोहत्या के नाम पर खासकर दलितों तथा मुस्लिम समाज के लोगों पर सरकार के संरक्षण में जुल्म-ज्यादती, क्रूरता, मारपीट तथा उनकी हत्या तक करने को धर्म की सेवा समझते हैं, वहीं भाजपा शासित राज्यों में गौमाताओं पर हो रही क्रूरता पर सरकारों से जवाब क्यों नहीं मांग रहे हैं?
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अभी हाल में भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की जिस बैठक की अध्यक्षता की है उसमें देशहित के ज्वलंत मुद्दों के साथ-साथ गौसेवा के इस खास मुद्दे पर चर्चा नहीं करना दु:खद तथा निंदनीय है।
मालूम हो कि छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में स्थित एक सरकारी अनुदान प्राप्त गौशाला में हाल में 100 से ज्यादा गायों की संदिग्ध हालात में मौत हुई थी। इसके अलावा पिछले महीने राजस्थान के जालौर जिले की विभिन्न गौशालाओं में भी बारिश के कारण संख्या में गायों की मौत हो गई थी। (भाषा)