अपनी बेजोड़ चित्रकारी के जरिए मकबूल फिदा हुसैन न जाने कितनी बातें बयां कर देते थे लेकिन जब हिंदी फिल्म जगत की मशहूर अदाकारा मीना कुमारी से आमने सामने मुलाकात हुई तो उनकी बोलती बंद हो गई। एक नई किताब में यह खुलासा किया गया है।
आज ही के दिन 102 साल पहले जन्में हुसैन 1967 में अभिनेत्री से एक अस्पताल में मिले थे। दरअसल हुसैन वहां एक छात्र और साथी कलाकार इला पाल के नवजात बेटे को देखने गए थे। पाल ने हुसैन पर लिखी अपनी किताब में कहा कि उसी अस्पताल में मीना कुमारी भी कुछ बीमारी की वजह से भर्ती थीं। वह ‘बेहद मोहक’ नजर आ रही थीं।
उन्होंने अपनी किताब में लिखा है, ‘उनकी मिश्री की तरह मीठी और भारी आवाज लोगों को वास्तव में अपना गुलाम बना सकती थी और उस दिन तय था कि वह हुसैन को पूरी तरह अपने सौंदर्य से मोहित कर देंगी।’ और हुसैन, पूरी तरह उनके प्यार में डूबे हुए थे उनकी जुबां बंद थी।
पाल ने लिखा है कि 'पाकीजा' अभिनेत्री ने अपनी गोद में चांदी का पानदान रखा हुआ था। उनकी आंखों में काजल था, बाल खुले हुए थे। जब उन्होंने हुसैन को पान की पेशकश की तो हुसैन ‘बमुश्किल कुछ बोल पाए’।
किताब ‘हुसैन: पोर्ट्रेट ऑफ एन आर्टिस्ट’ में खुलासा किया गया है कि, ‘उन्होंने जो कुछ भी दिया हुसैन ने खा लिया और जो कुछ भी कहा, हुसैन ने उससे सहमति जताई।’ (भाषा)