मेरठ पुलिस ने शनिवार को नकली फूड सप्लीमेंट और स्टेरॉयड बनाने वाले शाहरुख नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। शाहरुख विदेशी कंपनियों के नाम पर नकली गोलियां और कैप्सूल बनाकर बाजार में खपा रहा था। उसने लगभग 20 ब्रांड के स्टेरॉयड हूबहू पैकिंग करके मोटा पैसा कमाया।
मेरठ पुलिस की सर्विलांस टीम को सूचना मिली थी कि कंकरखेड़ा में शाहरुख नाम का व्यक्ति विदेशी कंपनियों के नाम पर नकली फूड सप्लीमेंट तैयार कर रहा है। इसी सूचना पर थाना कंकरखेड़ा पुलिस और ड्रग्स एंड फूड डिपार्टमेंट ने शाहरुख के घर की घेराबंदी करते हुए छापेमारी की और उसके घर से 42 लाख रुपए और भारी संख्या में फूड सप्लीमेंट और स्टेरॉयड बरामद किया है।
मेरठ पुलिस ने थाना कंकरखेड़ा क्षेत्र स्थित खडौली में शाहरुख के घर पर छापेमारी की तो दंग रह गई, क्योंकि उसने घर के अंदर एक तहखाने में नकली स्टेरॉयड बनाने की फैक्टरी खोल रखी थी। छापेमारी के दौरान पुलिस ने मौके से नकली फ़ूड सप्लीमेंट और स्टेरॉयड जो गोली व कैप्सूल के रूप में था, स्टीकर और होलोग्राम व पैकेजिंग का सामान बरामद किया है। शाहरुख ने घर के अंदर आलमारियों के नीचे 500 रुपए के नोट बंडल में बांधकर रखे हुए थे। पुलिस ने 42 लाख रुपए बरामद करते हुए शाहरुख को गिरफ्तार कर लिया है।
20 दिन पहले मेरठ पुलिस और सर्विलांस टीम ने खैरनगर बाजार और कोतवाली में भारी मात्रा में नकली फूड सप्लीमेंट और स्टेरॉयड पकड़ा था। उस छापेमारी के दौरान शाहरुख का नाम प्रकाश में आया, जिसके बाद पुलिस उसकी तलाश में थी।
शनिवार को मेरठ के एसएसपी रोहित सिंह सजवाण के आदेश पर शाहरुख के घर में छापेमारी की गई, जिसमें नकली फूड सप्लीमेंट के साथ 42 लाख का कैश भी मिला, जबकि लगभग एक करोड़ मूल्य का स्टेरॉयड भी पुलिस ने बरामद किया है।
पुलिस के मुताबिक शाहरुख दिल्ली से सामान लाकर यहां विदेशी कंपनियों के नाम पर नकली प्रोटीन और स्टेरॉयड तैयार करके बाजार में खपा रहा था। इन नकली माल की कीमत बाजार में एक करोड़ के आसपास है। शाहरुख लगभग 20 कंपनियों के नाम पर गोली और कैप्सूल की शेप में स्टेरॉयड बनाकर बाजार में बेच रहा था। पुलिस का कहना है कि मेरठ खैरनगर दवा बाजार में कौन लोग शाहरुख से माल खरीद रहे थे, उनके खिलाफ भी एक्शन लिया जाएगा।
अब चिंता का विषय यह है कि ऐसे लोग आमजन की सेहत के साथ भी खिलवाड़ करने से बाज नहीं आ रहे हैं। फूड एंड ड्रग्स डिपार्टमेंट के नाक तले नकली फूड सप्लीमेंट बाजार में बिक रहे हैं। यदि विभागीय कार्रवाई ठोस हो तो नकली सामान बनाकर बाजार में बेचने से लोग डरेंगे।