कानपुर। उत्तरप्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने महागठबंधन पर हमला बोलते हुए कहा कि विकास पुरुष प्रधानमंत्री मोदी को रोकने के लिए भ्रष्टाचारी लोग एक होकर गठबंधन बना रहे हैं लेकिन अभी उनमें यह निश्चित नहीं हो पा रहा है कि प्रधानमंत्री कौन बनेगा। यह बात कोलकाता की रैली ममता बनर्जी ने भी स्वीकार की। ऐसे में भाजपा की सलाह है कि सप्ताह में 7 दिन होते हैं और अलग-अलग दिनों अलग-अलग नेता प्रधानमंत्री बन जाएं।
विधायक का व्यक्तिगत बयान : पत्रकारों के द्वारा भाजपा विधायक संगीता सिंह द्वारा मायावती पर की गई अपमानजनक टिप्पणी पर जब उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि पार्टी इस बयान से इत्तफाक नहीं रखती। इस बयान की पार्टी निंदा करती है और यह उनका व्यक्तिगत बयान है।
मंदिर अगर बनाएंगे तो हम स्वागत करेंगे : विश्व हिन्दू परिषद् के उस बयान पर जिसमें कहा गया है कि अगर कांग्रेस अपने घोषणा-पत्र में राम मंदिर निर्माण को शामिल कर ले तो हम उसको भी समर्थन कर सकते है। इस पर मंत्री ने कहा कि यह विश्व हिन्दू परिषद् का अपना विचार है, फिर भी राम मंदिर हम ही बनाएंगे लेकिन अगर राहुल गांधी, अखिलेश सिंह, मायावती और ममता बनर्जी ये वादा करें कि राम मंदिर वे बनवाएंगे तो हम उनका स्वागत करेंगे क्योंकि कांग्रेस के कपिल सिब्बल ही मंदिर निर्माण में रोड़े अटका रहे हैं।
अपने को बचाने के लिए किया क्या गठबंधन : मंत्री ने महागठबंधन पर भी तंज कसते हुए कहा कि यह जनता के हितों के बजाय अपने को बचने के लिए गठबंधन किया जा रहा है। इनके पास ऐसा कोई नेता नहीं है जो प्रधानमंत्री पद की योग्यता रखता हो और सभी लोग प्रधानमंत्री भी बनना चाहते हैं, जिसकी पुष्टि कोलकाता की रैली में भी हो गई जिसमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी रैली में स्वीकार किया कि उनके गठबंधन में प्रधानमंत्री कौन होगा, इसका फैसला नहीं हो पा रहा है। इसलिए आज बीजेपी की तरफ से बड़ा दिल करके उनको सप्ताह के सात दिनों के प्रधानमंत्री के नाम हम बता रहे हैं। मंत्री ने कहा कि सोमवार को ममता बनर्जी, मंगलवार को मायावती, बुधवार को अखिलेश सिंह, गुरुवार को चंद्रबाबू नायडू, शुक्रवार को केजरीवाल और शनिवार व रविवार को अवकाश के रहने के चलते राहुल गांधी प्रधानमंत्री बन जाएं।
यूपी से ही लड़ेंगे प्रधानमंत्री चुनाव : कैबिनेट मंत्री से जब पूछा गया कि विपक्ष के नेता आरोप लगा रहे हैं कि गठबंधन से प्रधानमंत्री डर गए हैं, इसलिए दूसरे प्रदेश से आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने की रणनीति बना रहे हैं। इस पर उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में चौतरफा विकास हो रहा है तो हमें किस का बात का डर। डर तो इन्हें है, तभी तो बेमेल गठबंधन हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उत्तरप्रदेश से ही चुनाव लड़ेंगे।