कोलकाता। कोलकाता पुलिस ने अभिनेता एवं भाजपा नेता मिथुन चक्रवर्ती के खिलाफ पश्चिम बंगाल में अपने भाषणों से चुनाव के बाद हिंसा भड़काने के आरोप वाली शिकायत के सिलसिले में बुधवार को पूछताछ की।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पूर्वी कोलकाता के माणिकतला थाने के अधिकारियों ने सुबह 10 बजकर 20 मिनट पर डिजिटल तरीके से अभिनेता से पूछताछ शुरू की और सवाल-जवाब 45 मिनट तक चले जिस दौरान उनसे कम से कम एक दर्जन प्रश्न पूछे गए। चक्रवर्ती इस समय पुणे में हैं। चक्रवर्ती बुधवार को अपना 71वां जन्मदिन मना रहे हैं।
अधिकारी ने से कहा कि पूछताछ 45 मिनट तक चली और चक्रवर्ती से हमारे अधिकारियों ने कम से कम 12 प्रश्न पूछे। उन्होंने अभिनेता से पूछा कि किसके निर्देशों पर चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने वो भाषण दिये थे। अधिकारियों ने उनसे यह भी पूछा कि क्या उनकी पार्टी ने वो भाषण देने को कहा था।
पुलिस थाने में दर्ज एक प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि अभिनेता ने सात मार्च को भाजपा में शामिल होने के बाद यहां एक रैली में मारबो एखने लाश पोरबे शोशाने (तुम्हे यहां मारूंगा तो लाश श्मशान में गिरेगी) और एक चोबोले चोबी (सांप के एक दंश से तुम तस्वीर में कैद हो जाओगे यानी मर जाओगे) जैसे संवाद कहे थे।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि इन संवादों से राज्य में चुनाव के बाद हिंसा भड़क गयी। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के नतीजे दो मई को घोषित होने के बाद राज्य के कई हिस्सों से झड़पों की खबरें मिली थीं। चुनाव के बाद तृणमूल कांग्रेस तीसरी बार सत्ता में लौटी।
कलकत्ता उच्च न्यायालय ने चक्रवर्ती को निर्देश दिया कि अपनी ईमेल आईडी राज्य सरकार को दें ताकि वह शिकायत के सिलसिले में पूछताछ के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंस से पेश हो सकें। शिकायत में उन पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने, शांति भंग करने के लिए इरादतन अपमानित करना आदि आरोप हैं।
अदालत ने याचिकाकार्ता और अभियोजन पक्ष के अनुरोध पर शुक्रवार को मामले की अगली सुनवाई 18 जून तक के लिए स्थगित कर दी थी। चक्रवर्ती ने कोलकाता पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी को खारिज करने के लिए उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है। चक्रवर्ती ने याचिका में कहा कि उन्होंने केवल फिल्मों के संवाद बोले थे। (भाषा)